राजेश्वरी खरात पुणे की रहने वाली हैं। उन्होंने फिल्म फैंड्री से मराठी सिनेमा में डेब्यू किया था। जिसमें उन्होंने शालू का रोल निभाया था। इस फिल्म की खास बात यह थी कि राजेश्वरी का फिल्म में एक भी डायलॉग नहीं था। फिरभी उनकी दमदार एक्टिंग को लोगों ने बेहद पसंद किया और फिल्म जबरदस्त हिट हुई।
उन्होंने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास कर बी. कॉम फर्स्ट ईयर में एडमिशन लिया है। बता दें कि राजेश्वरी की फैमिली से कोई भी फिल्म इंडस्ट्री से नहीं है, उनके पिता बैंक में नौकरी करते हैं।
फिल्म फैंड्री में राजेश्वरी को शालू का रोल मिलना बेहद इंट्रेस्टिंग था। राजेश्वरी रास्ते पर कहीं जा रहीं थीं। फिल्म की कास्टिंग टीम ने उन्हें देखा। टीम को लगा कि शालू के रोल के लिए वे फिट रहेंगी। इसके बाद टीम के मेंबर्स ने उन्हें फिल्म के लिए अप्रोच किया तो राजेश्वरी ने मना कर दिया।
इसके बाद फैंड्री की कास्टिंग टीम ने राजेश्वरी के घर का पता निकाला और उनके घर पहुंच कर माता-पिता से मुलाक़ात की। फैमिली से परमिशन मिलने पर राजेश्वरी फिल्म करने के लिए राजी हुई। कई नेशनल अवार्ड जीत चुकी फिल्म फैंड्री एक सूअर पकड़ने वाली फैमिली के जीवन पर आधारित थी। इसमें जातिवाद पर तीखी टिप्पणी की गई है। फिल्म में लीड रोल जाब्या नाम के एक कैरेक्टर का है।
जिसे शालू से एकतरफा प्यार हो जाता है। लेकिन गरीबी और निचली जाति का होने के कारण वो शालू से दिल की बात नहीं कह पाता। फिल्म के डायरेक्टर नागराज मंजुले थे।
