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चीन के बौनों का गाँव : यांग्सी

      बौने लोग आपको यदा कदा दिख जाते हैं. सर्कस में आपने बौनों को अपनी उल्टी सीधी हरक़त करते देखा होगा जिससे सर्कस के दर्शकों को बरबस हंसी आती है. कई बौनों को आपने फिल्म या टी वी सीरियल्स में भी देखा होगा. लेकिन क्या कोई बौनों का गाँव हो सकता है जहाँ सिर्फ बौने ही पैदा होते हो ? आप कहेंगे शायद नहीं ! लेकिन नहीं, आज हम आपको जानकारी देंगे एक ऐसे गाँव की जो कि बौनों का है . यहाँ बौने पैदा होते हैं. जी हाँ यह रहस्यमय और अदभुत गाँव है यांग्सी. यह अपने पड़ोसी देश चीन के शिचुआन प्रान्त का एक दूर दराज गाँव है. यांग्सी गाँव में सन १९५१ तक सामान्य कद काठी के लोग पैदा होते थे, परन्तु इस गाँव के लिए मनहूस वर्ष १९५१ एक रहस्यमय बीमारी लाया और फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि इस गाँव के बच्चों का पांच से सात साल की उम्र में कद बढ़ना रुक गया. इसके साथ ही वे बच्चे कई असमर्थता के शिकार होने लगे. हालाँकि इस क्षेत्र में सन १९११ से ही यदा कदा बौनों को देखने के प्रमाण मिलते है परन्तु एक सामान्य स्थिति में, जैसे हर जगह एकाध बौने दिख ही जाते थे. परन्तु आधिकारक तौर पर इस रहस्यमय बीमारी का पता सन १९५१ में पता चला. इसी समय प्रशासन को कई लोगों के अंग छोटे होने की जानकारी मिली. फिर तो शिकायतों की फेहरिश्त लम्बी होने लगी. सन १९८५ में जब इस गाँव की जनगणना तो लगभग ११९ लोगों के बौने होने की बात सामने आयी. यांग्सी गाँव के बूढ़े बुजुर्गों का कहना है सन १९५१ में बौनेपन का पहला मामला सामने आया था. आज इस गाँव की ५०% आबादी की लम्बाई दो फिट एक इंच से लेकर तीन फिट दस इंच तक है. आज यह गाँव अन्तराष्ट्रीय स्तर पर ड्वार्फ विलेज यानि बौनों के गाँव के रूप में प्रसिद्ध हो चुका है.
       वैसे तो सामान्य तौर पर बीस हज़ार इंसानों में से एक इंसान का बौना होना एक सामान्य बात है. इस हिसाब से दुनिया में बौनों का प्रतिशत बहुत कम है यानि आबादी का सिर्फ.००५% ही. यहीं यह एक आश्चर्य, अदभुत और अनोखी बात है कि चीन के यांग्सी गाँव के ८० घरों में से ३६ घर सिर्फ बौनों का है. वैज्ञानिक और शोधकर्ता पिछले ६० सालों से इस गाँव में अचानक बौने हो जाने के रहस्य की तलाश कर रहे है, लेकिन वे अभी तक कोई ठोस कारण तलाश पाने में अभी तक असमर्थ है. वैज्ञानिक और विशेषज्ञ इस गाँव की मिटटी, पानी, अनाज, वातावरण आदि का अध्ययन कर चुके है परन्तु यह सब अन्य गावों की तरह सामान्य निकला.
     लोगों द्वारा कई कयास लगाये जा रहे है जैसे इस गाँव में कोई शैतानी आत्मा है. कोई पूर्वजो का अभिशाप मानता है कि उनके शवों के साथ बदसलूकी की गयी. पड़ोसी देश जापान ने कोई रासायनिक पदार्थ छोड़ दिया लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो सिर्फ यांग्सी गाँव ही इसकी चपेट में क्यों आया ? इस तरह की तमाम अटकलें लगाई जा रहीं है लेकिन गाँव वालों के बौने होने कोई ठोस कारण नही मिल पा रहा है. इस गाँव के बारे में चीन के स्थानीय मीडिया से ही पता चल पता है क्योंकि इस गाँव में किसी विदेशी आदमी या मीडिया को जाने की इजाज़त नही है.