
लखनऊ।। भाजपा नसीमुद्दीन सिद्दीकी को गिरफ्तार कराने के लिए भले ही पूरी ताकत लगाए हो लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती ने संगठन में उनकी हैसियत और बढ़ा दी। मुस्लिम चेहरे के तौर पर नसीमुद्दीन को आगे करते हुए उन्हें अन्य जिम्मेदारी के साथ अब पूरे प्रदेश में मुस्लिम समाज को पार्टी से जोडऩे के साथ का उन्हें सुरक्षित सीटों का दायित्व भी सौंपा गया है। उनको पार्टी ने मुस्लिम समाज को जोडऩे के लिए चीफ कोआर्डिनेटर का पद दे दिया है।नसीमुद्दीन के साथ उनके बेटे अफजल को भी पार्टी ने अतिरिक्त महत्व दिया है। अफजल को भी मुस्लिम समाज को जोडऩे के लिए छह मंडलों में आजमाया जाएगा। नसीमुद्दीन सिद्दीकी पश्चिमी उप्र और उत्तराखंड के प्रभारी बने रहेंगे। पश्चिम उत्तर प्रदेश में उनकी मदद के लिए नवनिर्वाचित विधानपरिषद सदस्य अतर सिंह राव को चार मंडलों का प्रभारी बनाया गया। जानकारों का मानना है कि मायावती भाजपा की सियासी पैंतरेबाजी को दलित मुस्लिम गठजोड़ मजबूत करके काटना चाहती है। भाजपा जिस तरह सिर्फ नसीमुद्दीन को निशाने पर रखे हुए उससे मुस्लिमों में उनके प्रति बढ़ती सहानुभूति का फायदा पार्टी उठाना चाहती है। मुस्लिम जागरूकता मंच के संयोजक शाहजहां सैफी का कहना है कि भाजपा जितना नसीमुद्दीन का टारगेट करेगी, उसका बसपा को लाभ मिलेगा।