
1-नसीमुद्दीन सिद्दीकी जी, बताइए कहां पेश करूं मैं अपनी बेटी..?
2-मेरे पति ने जो कहा, गलत कहा, पार्टी ने सजा दी है, कानून जो भी सजा देगा वो मुझे मंजूर है, लेकिन इसमें मेरी बेटी का क्या कसूर है..?
3-मैं अपने पति की लड़ाई नहीं लड़ रही, अपनी बेटी और सास की लड़ाई लड़ रही हूं।
4-अगर मायावती जी की ये मेंटलिटी है तो क्या वो सबक सिखाने के लिए हमें मरवा देंगी? उनके कार्यकर्ता हमें मार भी देंगे और वो यही बोलेंगी कि सबक सिखाने के लिए किया गया?
स्वाति सिंह ने दरअसल बीजेपी के नुकसान की कमोबेश भरपाई कर दी है। आज खुद मायावती जब स्वाति सिंह पर दिल्ली में बोल रही थीं तो एक ही बात तीन-तीन बार दोहरा रही थीं, गला सूख रहा था। पत्रकारों को कोई सवाल पूछने नहीं दिया, जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या आप दयाशंकर की बेटी को गाली देने वाले कार्यकर्ताओं की तरफ से खेद व्यक्त करेंगी, सवाल सुनते ही मायावती निकल लीं, फिर पलटकर नहीं देखा। बीजेपी के पारखियों ने भी स्वाति सिंह के तेवर देखे होंगे, महसूस किया होगा कि दयाशंकर को खोकर वो क्या पा सकते हैं..?
स्वाती को मायावती से जान का खतरा, पुलिस ने मुहैया करायी सुरक्षा
पुलिस महानिरीक्षक ए सतीश गणेश ने आज सुबह बताया कि भाजपा से निष्कासित नेता दया शंकर सिंह की पत्नी स्वाती सिंह को सुरक्षा प्रदान कर दी गयी है। दयाशंकर की पत्नी स्वाती सिंह ने कल मीडिया से कहा था कि मायावती से उन्हें जान का खतरा है। जिसके बाद उन्हें यह सुरक्षा प्रदान की गयी है।