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रेलवे ने कोहरे से निपटने हेतु 'त्रिनेत्र' नामक यन्त्र विकसित किया

     रेलवे ने कोहरे से निपटने हेतु जुलाई 2016 के दूसरे सप्ताह में 'त्रिनेत्र' नामक यन्त्र विकसित किया है। भारतीय ट्रेनों को जल्दी ही 'त्रिनेत्र' नामक यन्त्र से लैस किया जाएगा, जो ड्राइवर को घने कोहरे में भी आसानी से ट्रैक देखने में मदद करेगा।
     कोहरे में भी त्रिनेत्र की मदद से ड्राइवर दूर तक आसानी से चीजें देख सकेंगे। एक तरफ इससे रेल दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी, तो साथ ही लेट-लतीफी से भी छुटकारा मिलेगा।
      राडार के जरिए त्रिनेत्र को अपने सामने और आसपास मौजूद किसी भी तरह की वस्तु या जानवर, आदमी, पेड़ पौथे के बारे में घने कोहरे में भी जानकारी मिल जाती है। डॉप्लर तकनीक पर काम करने वाले रडार सिस्टम से उस वस्तु के गतिशील होने या स्थिर होने का भी पता चलता है।
इंफ्रा-रेड कैमरा: 
    कोहरे को भेदकर इंफ्रा-रेड के जरिए ये खास कैमरा किसी वस्तु के जीव जंतु होने या निर्जीव होने की भी जानकारी देता है। हाई-रिजॉल्यूशन टेरेन कैमरा: इन तीनों तकनीकों के जरिए मिलने वाले इनपुट का विश्लेषण ताकतवर कंप्यूटर के जरिए करके इसके जरिए स्क्रीन पर फाइनल इमेज भेजी जाती है।