गुस्सैल बच्चों को कंट्रोल करने का आसान तरीका, हरियाली के बीच ले जाएं


Deepak Sharma's photo...... बच्चों को पार्क में ले जाने से उनका विकास बेहतर होता है लेकिन अमरीकन अकेडमी ऑफ चाइल्ड एंड एडोलेसेंट साइकेट्री में छपे एक शोध के मुताबिक बच्चों को पार्क में ले जाने या फिर उनके चारों ओर हरियाली रखने की जरूरत एक और महत्वपूर्ण वजह से है। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो बच्चे हरियाली के आस-पास रहते हैं, वे कम गुस्सैल होते हैं।
     गुस्से पर हरियाली का असर शोधकर्ताओं ने 1,287 किशोरों पर अपना शोध किया, इन सभी का जन्म 90 के दशक में हुआ था। उन्होंने पेरेंट्स से बच्चों के 2000 और 2002 के बीच में किए गए व्यवहार के बारे में पूछा और बच्चों के लडऩे और चिल्लाने के बारे में जानकारी ली। उन्होंने पाया कि जो बच्चे हरियाली के आस-पास रहते थे, वे कम गुस्सैल और हिंसक थे। खास बात तो यह थी कि जब तक वे हरे-भरे वातावरण में रहे, तब तक उनका व्यवहार संतुलित बना रहा।
      इसी तरह से रोज पार्क में खेलने वाले बच्चों का व्यवहार भी अच्छा था।पॉश इलाकों में पेड़ ज्यादा वैसे यह भी महत्वपूर्ण है कि केवल पेड़ और घास ही खुशहाल जिंदगी के सही मायने नहीं दर्शाते। दूसरी कई चीजें भी महत्वपूर्ण हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि पॉश इलाकों में ज्यादा हरियाली थी, जबकि जिस हिस्से में अपेक्षाकृत कम आयवर्ग के लोग रहते थे, वहां हरियाली भी कम थी।
      वैसे चाहे जो भी हो, मुख्य बात यह है कि बच्चे का व्यवहार संतुलित रखने के लिए आपको अपने आस-पास पेड़-पौधे लगाने चाहिए। शोधकर्ताओं के अनुसार पेड़-पौधे हिंसक व्यवहार में 12 फीसदी तक की कमी लाते हैं फिर हरियाली से चारों ओर का वातावरण तो सुंदर लगता ही है। बच्चों से लगवाएं पौधे वैसे बच्चों की हरियाली से दोस्ती करवाने का सबसे अच्छा तरीका है कि उन्हें एक पौधा लगाने और उसकी देखभाल करने को कहें। आप देखेंगी कि बच्चे को उस पौधे से कितना लगाव हो गया है। पौधे को बढ़ता देख वह यकीनन खुश होगा।

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