
दरअसल, बीएसपी कार्यकर्ताओं ने दयाशंकर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में उनकी मां, बहन, पत्नी और बेटी को गाली दी थीं। गाली से दोनों आहत हैं। यहां तक कि दयाशंकर की बेटी ने स्कूल जाना छोड़ दिया।
मायावती सहित 4 नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज
हजरत गंज थाने में बसपा अध्यक्ष मायावती, उपाध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर, राष्ट्रीय सचिव मेवालाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 504, 505, 409, 120बी 153ए तथा क्राइम 458/16 के तहत मुकद्दमा दर्ज हुआ है।
मायावती से जान का खतरा
इसके पहले दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति ने कहा कि वह बीएसपी नेताओं व मायावती पर एफआईआर दर्ज करायेंगी क्योंकि उन्होंने एक बच्ची को इस मामले में घसीटा है। दयाशंकर की पत्नी ने कहा कि कल को मुझे और मेरी बेटी को कुछ हो जाता है तो उसकी जिम्मेदारी क्या मायावती लेंगी। बसपा के लोग सार्वजनिक रूप से बयान जारी कर कह रहे हैं-‘उनकी पत्नी बेटी को पेश करो।’ इससे मेरी बेटी जबरदस्त सदमे की शिकार है। स्वाति ने कहा कि मायावती के उकसाने पर ही गाजी-गलौज की गई, उन्होंने कहा कि मुझे मायावती से जान का खतरा है। मुझे और मेरे परिवार को तत्काल सुरक्षा मिले। मायावती की शह पर चौराहे पर गाली दी गयी, मेरे बच्चों का मानसिक उत्पीड़न हो रहा है।
मेरी बेटी सदमें में-स्वाति
स्वाति ने कहा कि उनका उनके पति दयाशंकर से कोई संपर्क नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बसपा के कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन के दौरान मेरे पति दयाशंकर के साथ मेरे और मेरी बेटी के खिलाफ जिस भाषा का प्रयोग किया है, उसका जवाब कौन देगा। स्वाति ने कहा कि आज मेरे और मेरी बेटी के साथ कोई नहीं खड़ा है, क्या मैं महिला नहीं हूं। स्वाति ने कहा कि मेरी पति के बयान की सब ने निंदा की थी।
इतना ही नहीं, मायावती ने कहा कि दयाशंकर ने जो कहा वो अपने मां-बीवी और बेटी के लिए कहा है। वहीं आज उनकी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने जो बोल मेरे और मेरी बेटी के खिलाफ बोले हैं, उससे मेरी बेटी सदमें में है कि उसने घर से बाहर नहीं निकलने की ठानी और उसने स्कूल जाने से भी इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीसीएपी के कार्यकर्ताोओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगी क्योंकि उन्होंने एक बच्ची को इस मामले में घसीटा है।