मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ सोनी ने भिलाई के एक अस्पताल में वेंटिलेटर के सहारे पड़ी बेटी को वहां से विमान के जरिए निकालने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री को ट्वीट कर गुहार लगाई थी। उन्होंने फिर ट्वीट किया कि खराब मौसम के कारण सिविल एयर एम्बुलेंस के लिए ऐसे नाजुक रोगी को रायपुर से दिल्ली पहुंचाना संभव नहीं है। दिल्ली एयरपोर्ट पर सिविल एम्बुलेंस को शाम छह बजे के बाद उतरने की इजाजत नहीं है। सर, आप ही मदद कर सकते हैं।
मालुम हो कि 20 जुलाई की सुबह भिलाई की रहने वाली आकांक्षा पल्सर से नेहरू नगर स्थित जिम जा रही थी। तभी चौक पर तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गई। ट्रक आकांक्षा को 40 फीट तक घसीटता हुआ ले गया। घटना के बाद ड्राइवर ट्रक छोड़ भाग खड़ा हुआ। लोगों ने पुलिस को सूचना दी और काफी मशक्कत के बाद उसे ट्रक से निकाल गया। उसके दोनों पैर कुचल गए थे। बता दें कि आकांशा ने रायपुर से एलएलबी की परीक्षा पास की थी, वह जज बनने के लिए कॉम्पटिशन एग्जाम की तैयारी कर रही थी। आकांक्षा के पिता रविकांत सोनी सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी हैं, वे भिलाई सेक्टर 10, स्ट्रीट 40 में रहते हैं।
सोनी ने चार घंटे बाद ट्वीट कर कहा- ‘माननीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर तथा वायुसेना टीम के प्रति बहुत आभारी हूं, जो आपात स्थिति से निकालने में मददगार रही है। इस मदद को भुलाया नहीं जा सकता है।’