हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है.अनंतनाग जिले में शनिवार सुबह भड़की ¨हसा की ताजा घटना में 40 से अधिक लोग घायल हो गए.
सूत्रों के अनुसार, रैली में भाग लेने के लिए पाबंदी का उल्लंघन कर सैकड़ों प्रदर्शनकारी जिले के विभिन्न स्थानों पर एकत्रित हुए. सुरक्षा बल के जवानों ने कार्रवाई करते हुए रैली के आयोजन स्थल पर प्रदर्शनकारियों को जाने से रोकने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी सुरक्षा बल के जवानों पर पथराव करने लगे.
प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे 40 से अधिक लोग घायल हो गए. घायलों में नौ महिलाएं भी शामिल हैं. स्थिति को नियंत्रित करने और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिये घटनास्थल की ओर सुरक्षा बल के अतिरिक्त जवानों को भेजा गया है और प्रशासन की ओर से कर्फ्यू लगा दिया गया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग में हिंसा के अलावाप्रदर्शनकारियों ने शोपियां स्थित हरपोरा में एक पुलिस चौकी पर भी पथराव किया, लेकिन इस घटना में अब तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है. शुक्रवार को हुई हिंसा में तीन व्यक्ति मारे गए थे और 150 से अधिक लोग घायल हुए थे.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘श्रीनगर के छह पुलिस थाना अंतर्गत आने वाले इलाकों- नौहट्टा, खानयार, रैनावाड़ी, सफाकादल, महाराजगंज और बटमालू में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐहतियात के तौर पर कर्फ्यू बरकरार है.’ बडगाम जिले के चार शहरों -चंदूरा, खानसाहिब, मागम एवं बडगाम, अनंतनाग शहर तथा बारामूला जिले के खानपोरा इलाके में भी कर्फ्यू लगाया गया है. उन्होंने बताया, ‘घाटी के बाकी के हिस्सों में चार या उससे अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध जारी है.’
