
वारदात राजधानी पटना के फतुहा थानाक्षेत्र के फतुहा ओवरब्रिज के पास की है. अज्ञात अपराधियों ने एएसआई को निशाना बनाते हुए गोली मारकर हत्या कर दी. स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एएसआई को इलाज के लिए फतुहा पीएचसी भेजा जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
हत्यारों ने एएसआई का पिस्टल भी लूट लिया है. हालाकि घटनास्थल पर खून
मौजूद नहीं होने से इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि एएसआई की कहीं और
हत्या कर शव को ओवरब्रिज के पास फेंक दिया गया होगा. फिलहाल पुलिस पूरे
मामले की जांच में जुटी है.
हाल के दिनों हत्या की बड़ी वारदातें
मालूम हो कि नई सरकार गठन के बाद से ही राज्य में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है. राज्य के थानों में दर्ज मुकदमों कि मानें तो नई सरकार गठन के दो महीने के भीतर बिहार में 578 हत्याएं हुई हैं.
- नौ सितबंर को पटना में ही डॉक्टर अफजल अली की गोली मारकर हत्या.
- दरंभगा जिले में दो इंजीनियरों की रंगदारी नहीं देने पर दिनदहाड़े हत्या, हत्यारे फरार.
- वैशाली में दो समुदायों में लड़ाई हुई, इस दौरान एक पुलिस इंस्पेक्टर अजीत कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.
- दरभंगा में एएसपी विजय कुमार पासवान की चाकू मारकर हत्या की गई.
- इसी साल फरवरी में 24 घंटे के अंदर भाजपा के दो नेताओं की हत्या कर दी गई थी. छपरा में भाजपा नेता केदार सिंह की हत्या के बाद भोजपुर में इसी पार्टी के नेता विशेश्वर ओझा की गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी. विशेश्वर ओझा पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ कुचे थे और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष थे.
- अगस्त में दानापुर में भाजपा नेता अशोक जायसवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
- 13 मई की रात सीवान के टाउन थाना क्षेत्र में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
हाल के दिनों हत्या की बड़ी वारदातें
मालूम हो कि नई सरकार गठन के बाद से ही राज्य में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है. राज्य के थानों में दर्ज मुकदमों कि मानें तो नई सरकार गठन के दो महीने के भीतर बिहार में 578 हत्याएं हुई हैं.
- नौ सितबंर को पटना में ही डॉक्टर अफजल अली की गोली मारकर हत्या.
- दरंभगा जिले में दो इंजीनियरों की रंगदारी नहीं देने पर दिनदहाड़े हत्या, हत्यारे फरार.
- वैशाली में दो समुदायों में लड़ाई हुई, इस दौरान एक पुलिस इंस्पेक्टर अजीत कुमार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.
- दरभंगा में एएसपी विजय कुमार पासवान की चाकू मारकर हत्या की गई.
- इसी साल फरवरी में 24 घंटे के अंदर भाजपा के दो नेताओं की हत्या कर दी गई थी. छपरा में भाजपा नेता केदार सिंह की हत्या के बाद भोजपुर में इसी पार्टी के नेता विशेश्वर ओझा की गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी. विशेश्वर ओझा पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ कुचे थे और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष थे.
- अगस्त में दानापुर में भाजपा नेता अशोक जायसवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
- 13 मई की रात सीवान के टाउन थाना क्षेत्र में पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी थी.