जानेमाने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारतीय सेना की सीमित कार्रवाई (सर्जिकल स्ट्राइक) के सबूत मांगने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मंगलवार को निंदा की.केजरीवाल ने सोमवार को एक वीडियो जारी करके केंद्र सरकार से पीओके में आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की मांग की थी. उनके इस वीडियो के बाद केजरीवाल मंगलवार को पाकिस्तानी मीडिया की सुर्खिया बने रहे.
अपने जीवन पर बनीं फिल्म ‘अन्ना’ के प्रचार के लिये दिल्ली पहुंचे हजारे ने कहा इस मुद्दे पर मैंने खुद केजरीवाल से ऐसा नहीं सुना है लेकिन अगर वह सेना की कार्रवाई पर सबूत मांग रहे है तो मैं उनकी निंदा करता हूं. यह ठीक नहीं हैं, ऐसा नहीं होना चाहिये.
उन्होंने कहा सेना द्वारा की गयी कार्रवाई का यह मामला देश, सेना और जनता का है. ऐसे मौके पर सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाना ठीक नहीं है. यह कार्रवाई ऐसे ही नहीं हो गयी, इसके लिये सेना ने पूरा खाका तैयार किया होगा तभी यह सफल हुई और जब सेना ने इसके बारे में खुद बोला है तो हम सेना पर सवाल कैसे उठा सकते हैं.
लोकपाल कानून पर पूछे गये सवाल पर हजारे ने कहा कि 14 अक्टूबर को यह फिल्म रिलीज हो रही है और फिल्म की रिलीज होने के बाद भी अगर सरकार ने लोकपाल और लोकायुक्त कानून को लागू नहीं किया तो वह एक बार फिर आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा लोकपाल विधेयक पर राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद भी उसे लागू नहीं किया जा रहा है. अभी हम बार बार सरकार को इसके लिये लिख रहे है लेकिन सरकार इस पर हामी भरने के बाद भी इसे लागू नहीं कर रहीं है. मुझे उम्मीद है फिल्म रिलीज होने के बाद युवा फिर से जागृत होगें और अगर जरूरी हुआ तो फिर से रामलीला मैदान में इसी मुद्दे पर आंदोलन करेंगे.
