"तहर्रुश गेमिया" : नए साल पर मुस्लिमो की भीड़ ने लडकियों के साथ की छेड़खानी इस्लाम में है जायज
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"तहर्रुश गेमिया" : नए साल पर मुस्लिमो की भीड़ ने लडकियों के साथ की छेड़खानी इस्लाम में है जायज

Image result for Tampering with the girls in bangalore on 31 december 2016बंगलुरु में जो मुस्लिमो की भीड़ ने नए साल पर लडकियों के साथ खूब छेड़खानी की असल में वो इस्लाम में जायज है .. इसे "तहर्रुश गेमिया" कहते है ... और ये तहर्रुश गेमिया पिछले साल मुसलमानों ने जर्मनी में खूब किया था ...

    क्या है 'तहर्रुश गेमिया'? 'तहर्रुश गेमिया' अरबी शब्द है जिसका मतलब होता है 'संयुक्त रुप से छेड़छाड़'। इस खेल में युवा सार्वजनिक स्थान पर अकेली लड़की को निशाना बनाते हैं। झुंड में ये लड़के या तो लड़की के साथ शारीरिक रुप से छेड़छाड़ करते हैं या फिर उसका बलात्कार करते हैं।
     सबसे पहले लड़के एक घेरा बनाकर अकेली लड़की को घेर लेते हैं फिर अंदर वाले घेरे में मौजूद लड़के लड़की का यौन शोषण करते हैं जबकि बाहरी घेरे वाले लड़के भीड़ को दूर रखते हैं।
     'तहर्रुश गेमिया', की रिपोर्टर भी हुई थी शिकार 2011 में मिस्र में पहली बार ये घिनौना खेल देखा गया था। साउथ अफ़्रीका की रिपोर्टर लारा लोगन काहिरा के तहरीर स्क्वैयर से रिपोर्टिंग कर रही थी तभी लड़को के एक झुंड ने उन्हें घेर लिया और उनसे छेड़छाड़ की। लारा ने इस घटना के काफी बाद बताया हुए कहा था, "अचानक इसके पहले कि मुझे कुछ समझ में आए कुछ लोगों ने मुझे घेर लिया और मेरे शरीर पर जगह जगह छूने लगे। वो एक-दो नही की सारे थे। ये ऐसा सिलसिला था जो लगातार चल रहा था।
     'तहर्रुश गेमिया' चला अरब से यूरोप की ओर ये अमानवीय केल अब यूरोप में जड़े जमाने लगा है। नये साल पर जर्मनी में कई जगह ऐसी घटनाओं के होनी की ख़बर मिली है। बताया जाता है कि ये लोग जर्मनी के नहीं किसी अन्य देश के थे। पुलिस को अंदेशा है कि ये 'तहर्रुश गेमिया' ही था जो अब यहां भी शुरु होगया है। ये एक धटना कोलोन की है जहां भीड़ पर पहले पटाखे छोड़े गये फिर नशे में धुत्त अरब या उत्तरी अफ़्रीकी लोगों ने महिलाओं के साथ बदतमीज़ी की। आश्चर्य की हात ये है कि पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देखती रही। उसका कहना है कि भीड़ को संभालने के लिये पुलिस बल नाकाफी था।
        चूँकि बगलौर की घटना मुस्लिमो ने अंजाम दिया इसलिए देश के सेकुलर खामोश है ...

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