लोगों को पीने का साफ़ पानी मिल पाना दुनिया के बहुत बड़े हिस्से में एक समस्या है. अफ्रीका की तक़रीबन 36 प्रतिशत आबादी को पीने का साफ पानी नसीब नहीं है. लेकिन ‘आर्किटेक्चर एंड विज़न’ नामक संस्था अब उनके लिए एक आसान सा तरीका लेकर आई है जिससे ये लोग हवा से ही पीने के लिए साफ़ पानी निकाल पा रहे हैं.
इन्होंने बांस और बायॉडिग्रेडबल प्लास्टिक की मदद से एक टावर बनाया है जो हवा में मौजूद नमी को संघनित करके पानी में बदल देता है. इस पानी को एक टैंक में इकठ्ठा कर लिया जाता है जहां से लोग अपने उपयोग के लिए ले लेते हैं.
इस टावर की विशेषता ये है कि इसे चलाने के लिए बिजली की कोई जरूरत नहीं पड़ती. हवा से पानी बनाने की पूरी प्रक्रिया इसकी विशिष्ट संरचना के जरिए ही पूरी हो जाती है.
करीब 33 फीट ऊंचा और 13 फीट के दायरे में बना यह टावर रोजाना लगभग 26 गैलन (लगभग 100 लीटर) पानी बना लेता है. सूखा प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे अफ्रीकी ग्रामीणों के लिए यह टावर किसी वरदान से कम नहीं है.
इस टावर को WARKA TOWER नाम दिया गया है. WARKA इथियोपिया में पाए जाने वाले एक पेड़ का नाम है.
इस टावर को बनाना कोई ज्यादा कठिन काम नहीं है और न ही इसमें किसी दुर्लभ मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है. साधारण सी ट्रेनिंग के पश्चात चार-पांच लोग मिलकर इसे आसानी से बना सकते हैं.
भारत में भी कई क्षेत्रों में पीने के लिए स्वच्छ पानी का अभाव बना ही रहता है. WARKA TOWER ऐसे क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकता है.
इससे सम्बंधित और जानकारी warkatower.org पर प्राप्त की जा सकती है.
इन्होंने बांस और बायॉडिग्रेडबल प्लास्टिक की मदद से एक टावर बनाया है जो हवा में मौजूद नमी को संघनित करके पानी में बदल देता है. इस पानी को एक टैंक में इकठ्ठा कर लिया जाता है जहां से लोग अपने उपयोग के लिए ले लेते हैं.
इस टावर की विशेषता ये है कि इसे चलाने के लिए बिजली की कोई जरूरत नहीं पड़ती. हवा से पानी बनाने की पूरी प्रक्रिया इसकी विशिष्ट संरचना के जरिए ही पूरी हो जाती है.
करीब 33 फीट ऊंचा और 13 फीट के दायरे में बना यह टावर रोजाना लगभग 26 गैलन (लगभग 100 लीटर) पानी बना लेता है. सूखा प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे अफ्रीकी ग्रामीणों के लिए यह टावर किसी वरदान से कम नहीं है.
इस टावर को WARKA TOWER नाम दिया गया है. WARKA इथियोपिया में पाए जाने वाले एक पेड़ का नाम है.
इस टावर को बनाना कोई ज्यादा कठिन काम नहीं है और न ही इसमें किसी दुर्लभ मटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है. साधारण सी ट्रेनिंग के पश्चात चार-पांच लोग मिलकर इसे आसानी से बना सकते हैं.
भारत में भी कई क्षेत्रों में पीने के लिए स्वच्छ पानी का अभाव बना ही रहता है. WARKA TOWER ऐसे क्षेत्रों में उपयोगी साबित हो सकता है.
इससे सम्बंधित और जानकारी warkatower.org पर प्राप्त की जा सकती है.