कैबिनेट मंत्री पर बैंकों के करोड़ों रुपये लेकर चुकता न करने का आरोप
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कैबिनेट मंत्री पर बैंकों के करोड़ों रुपये लेकर चुकता न करने का आरोप

बैंकों से कर्ज के मामले में बढ़ सकती हैं कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल 'नंदी' की मुश्किलें
    यूपी के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। नंदी पर बैंकों के करोड़ों रुपये लेकर चुकता न करने का आरोप है। वरिष्ठ वकील और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष केके राय इस मामले में नंदी को कोर्ट ले जाने की तैयारी में हैं। राय का दावा है कि प्रदेश के कैबिनेट ‘नंदी’ ने कई बैंकों से करोड़ों रुपये का कर्ज लेकर यह मुकाम हासिल किया है। हालत यह कि, कई बैंकों ने ‘नंदी’ द्वारा लिये गये करोड़ों रुपये का लोन चुकता न करने पर उसे एनपीए भी घोषित कर दिया था। उन्होंने कहा है कि वह कोर्ट से मांग करेंगे कि नन्दी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय और जब तक वह बैंकों की उधारी चुकता नहीं कर देते उन्हें आजाद न घूमने दिया जाय। उन्होंने योगी सरकार से भी ‘नंदी’ को बर्खास्त करने की मांग की है।
     केके राय का दावा है कि आज से 20 साल पहले कैबिनेट ‘नंदी’ के पास कुछ नहीं था। पर आज वह बैंकों से करोड़ों रुपये का कर्ज लेकर अरबों की सम्पत्तिके मालिक बन गये हैं। कई बैंक कर्ज वसूली के लिये उनके घर के चक्कर काट रहे हैं। बावजूद वह बैंकों को फूटी कौड़ी नहीं दे रहे। कई बैंक तो ‘नंदी’ के लिये कर्ज वापस न मिलने पर उसे एनपीए भी घोषित कर चुके हैं। केके राय ने अपने आरोप के समर्थन में कई दस्तावेज भी पेश किये। उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल प्रभाव से कैबिनेट मंत्री नंदी को बर्खास्त और उनकी चल-अचल सम्पत्ति को जब्त कराने की मांग की।
     मीडिया के सामने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अधिवक्ता के के राय ने कैबिनेट मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग है कि 50 करोड़ से ज्यादा के देनदारों के खिलाफ जांच की जाए। अगर वह भुगतान नहीं करते तो उन्हें जेल भेजा जाय। उन्होंने सुब्रत राय सहारा का हवाला देते हुए कहा कि नन्दी अगर बैंकों के लिए लोन वापस नहीं करते हैं तो इन्हें भी सुब्रत राय की तरह जेल भेजा जाए और इनकी संपत्ति से बैंकों का कर्ज वापस किया जाए। के के राय ने नन्दी की 100 करोड़ की देनदारी का दावा किया है।
     अधिवक्ता राय ने दावा किया कि ‘नंदी’ ने जिन कंपनियों के नाम लोन लिया है वह सब कागज पर चल रही हैं। उन्होंने अपनी सास और दूसरे रिश्तेदारों के नाम करोड़ों का लोन ले रखा है। राजनीतिक रसूख और सत्ता की हनक के चलते बैंक के अधिकारी कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं। श्री राय ने योगी सरकार को इमानदारी दिखाते हुए सत्ता का दुरुपयोग कर रहे कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को तत्काल प्रभाव से कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखाते हुए उनेक खिलाफ श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। अधिवक्ता राय ने कहा है कि वह अगले सप्ताह 'नन्दी' की करोड़ों की देनदारी के मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे। हाई कोर्ट से मांग करेंगे कि नन्दी के खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए उन्हें तब तक आजाद न घूमने दिया जाय, जब तक वह कर्ज के रुपयों का भुगतान नहीं कर देते।

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