जयपुर/राजस्थान।। राजस्थान की जनता जहा चुनावों में सत्ता परिवर्तन करने के लिए टकटकी लगाए बैठे है वही रानी से महारानी बनी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अब अपना राजपाट
बचाने के लिए सभी तरह के पैतरे अपना रही है.
सूत्रों के अनुसार जहा 11 साल से गुर्जर आरक्षण की आग ने राजस्थान को कई बार झुलसाया, लेकिन अब आरक्षण आंदोलन सियासत में बदलने वाला है. क्योंकि इस बार के विधानसभा चुनाव में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे को टिकट मिल रहा है. जानकारी अनुसार बैसला के बेटे को महारानी करौली से टिकट देने जा रही है.
सत्ता के गलियारों में अंदरूनी हलचल तो यह बया कर रही है की आरक्षण की आड़ में बेरोजगारों को धोखा देने वाले किरोड़ी सिंह बैंसला ने वसुंधरा राजे से सांठगांठ कर ली है. बैसला बार-बार सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री से गुपचुप मीटिंग कर रहे है और लगातार राजनैतिक रोटियां सेकने की कोशिश की जा रही है.
सूत्रों के अनुसार जहा 11 साल से गुर्जर आरक्षण की आग ने राजस्थान को कई बार झुलसाया, लेकिन अब आरक्षण आंदोलन सियासत में बदलने वाला है. क्योंकि इस बार के विधानसभा चुनाव में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे को टिकट मिल रहा है. जानकारी अनुसार बैसला के बेटे को महारानी करौली से टिकट देने जा रही है.
सत्ता के गलियारों में अंदरूनी हलचल तो यह बया कर रही है की आरक्षण की आड़ में बेरोजगारों को धोखा देने वाले किरोड़ी सिंह बैंसला ने वसुंधरा राजे से सांठगांठ कर ली है. बैसला बार-बार सरकार के मंत्री और मुख्यमंत्री से गुपचुप मीटिंग कर रहे है और लगातार राजनैतिक रोटियां सेकने की कोशिश की जा रही है.