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सर्व आदिवासी समाज के प्रमुखों ने डिप्टी कलेक्टर सीमा पात्रे से मिलकर ज्ञापन भी सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासनिक अधिकारी को बताया कि गोंडवाना सम्राट रावण और संथाली राजा महिषासुर इनके आदिम समुदाय के पूर्वज थे। ऐसे में रावण दहन और नवरात्रि में दुर्गा माता के साथ महिषासुर वध की प्रतिमा को सार्वजनिक पंडालों में रखने से आदिवासियों की धार्मिक भावना आहत होती है। लिहाजा इस पर रोक लगे। डिप्टी कलेक्टर सीमा पात्र ने इस संबंध में बताया कि सर्व आदिवासी समाज ने जो ज्ञापन दिया है, उसे उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दिया जाएगा।