![](https://www.jubileepost.in/wp-content/uploads/2019/10/fire.jpg)
दक्षिणी थाईलैंड के याला शहर की एक प्रांतीय अदालत में जज ख़ानकॉर्न पियानाखाना ने पिस्तौल से खुद को गोली मारी। ऐसा उन्होंने एक केस में हत्या और हथियार रखने के आरोपों के पांच आरोपियों को बरी करने के बाद किया। इस घटना के तुरंत बाद जज को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी सर्जरी की गई। बैंकाक पोस्ट के अनुसार, उनकी चोटें जानलेवा नहीं थीं।
इस घटना से पहले खानकोर्न से जुड़ा एक बयान सोशल मीडिया में व्यापक रूप से वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि वरिष्ठ न्यायाधीशों ने उन्हें दोषियों के मामले में अपने फैसले को बदलने के लिए कहा।
इस बयान में कहा गया कि “इस समय, देशभर में न्यायालयों के अन्य साथी न्यायाधीशों के साथ भी वैसा ही व्यवहार किया जा रहा है जैसा मेरा साथ किया गया। (अगर) मैं अपने पद की शपथ को पूरा नहीं कर सकता तो तो मैं सम्मान के बिना जीने की बजाय मैं मरना चाहूंगा”।
खानकॉर्न के इस बयान से पूरे देश में एक चिंता व्यक्त की जा रही है, जिसमें थाईलैंड की न्याय प्रणाली में वरिष्ठ न्यायाधीशों के हस्तक्षेप पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। थाईलैंड की न्यायपालिका के प्रवक्ता ने बैंकॉक पोस्ट को बताया कि खानकॉर्न ने व्यक्तिगत कारणों और तनाव में होने की वजह से खुद को गोली मारी।