कातिल पति के साथ पत्नी का इंसाफ, मरने के बाद भी नहीं छोड़ा

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अपने साथ पानी में डुबाया, 9 दिन बाद मिली लाश पत्नी की हत्या कर लाश ठिकाने लगाने गए नेताजी खुद भी निपट गए 
   चित्रकूट।। यह बात पुख्ता हो चली है कि पत्नी आसानी से पति का पीछा नहीं छोड़ती, मरने के बाद भी नहीं | यकीन नहीं आता तो चित्रकूट की इस घटना में पुलिस रोजनामचे पर दर्ज इबारत पर गौर फ़रमाया जा सकता है | उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में समाजवादी पार्टी के एक नेता ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी | लाश ठिकाने लगाने के लिए नेताजी गंगा नदी में पहुंचे | बीच मजधार मे लाश पानी में फेकते वक्त नाव डगमगा गई | दूसरे ही पल नेताजी पानी में जा फंसे | धीरे-धीरे वो, गहरे पानी में समा गए | इधर पत्नी की हत्या की खबर जंगल में आग की तरह फ़ैल गई | उधर 9 दिन बाद पुलिस ने नेताजी की सड़ी-गली लाश पानी से निकाली | समाजवादी पार्टी अपने इस होनहार नेता की कातिलाना हरकत से हैरत में है | पुलिस ने नेताजी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है | जबकि लाश ठिकाने लगाने के लिए उनकी सहायता करने वाले नाविक को हिरासत में लिया गया है | इस नाविक की निशानदेही पर नेताजी की पत्नी का शव पुलिस पहले ही बरामद कर चुकी है |
    पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी ने बताया कि सपा नेता भरत दिवाकर 42 वर्षीय का शव बांध के पानी में तैरता मिला है। शव की शिनाख्त के बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया है। उन्होंने बताया कि भरत दिवाकर ने 14 जनवरी की रात अपनी पत्नी नमिता उर्फ मीनू उम्र 38 वर्ष की हत्या कर उसका शव नदी में फेंक दिया था | इस घटना में अचानक नाव पलट गई और वह पानी में डूब गया था। उसके साथ मौजूद नाविक किसी तरह जान बचाकर पानी से निकल आया था | 
    उन्होंने बताया कि हत्या की जानकारी लगने के फौरन बाद गोताखोरों ने पानी से उनकी पत्नी का शव निकाल लिया था | लेकिन सपा नेता का शव नहीं मिला था। पुलिस के मुताबिक महिला का शव फेंकने में सहयोगी रहे नाविक रामसेवक को चार दिन पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। इस घटना के बाद चित्रकूट में यह चर्चा आम हो चली है कि पत्नियां आसानी से पीछा छोड़ती नहीं हैं।

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