जब सच जानने के लिए वर्दी खोल कर गहरी नदी में कूद पड़े डी॰ जी॰ पी॰
Headline News
Loading...

Ads Area

जब सच जानने के लिए वर्दी खोल कर गहरी नदी में कूद पड़े डी॰ जी॰ पी॰

     गोपालगंज जिले के कटेया थानाक्षेत्र के बेलवाडीह गाँव निवासी रोहित की बीते 28 मार्च को हुये मौत की जाँच के लिये डी जी पी घटनास्थल पर पहुँचे, वहाँ दर्जनों लोगों से पूछताछ और बातचीत कर उसे रिकॉर्ड भी किया गया।
     दरअसल रोहित की मौत के कई दिनों बाद इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई थी और सोशल मीडिया पर इस तरह के पोस्ट डाले जाने लगे कि रोहित की हत्या मस्जिद में बलि देकर की गई, पुलिस महानिदेशक किसी भी सूरत में सच जानना चाहते थे अतः खुद घटनास्थल पर पहुँचे और रोहित के परिजनों समेत कई ग्रामीण स्थानीय पत्रकार किसान पशुपालकों आदि से पूछताछ की परन्तु सबने बलि की बात को सिरे से खारिज करते हुये कहा कि यहाँ पिछले 15 सालों में कभी कोई साम्प्रदायिक तनाव हुआ ही नही है।
    घटना के बाद भी वहाँ हिन्दू मुस्लिम एक साथ बैठे नजर आये, कुछ हिन्दू और मुस्लिम के घर के एक ही दीवार थे जहाँ दोनो धर्म के लोग साथ बैठे आपस मे बात कर रहे थे तभी पुलिस महानिदेशक पहुँचे और पूछताछ शुरू किये पर सबने साम्प्रदायिक तनाव से इनकार किया ।
    तस्वीरों से भी स्पष्ट था कि ऐसी कोई बात इस गाँव मे नही है जिससे साफ हो गया कि नफरत फैलाने के लिये ऐसी बातों को हवा दी जा रही है। इसके बाद डी जी पी ने रोहित के उन सभी दोस्तों को एक एक कर अकेले में पूछताछ किया जिसके साथ मृतक रोहित खेलने गया था और खेलने के बाद डूबने की या हत्या कर नदी में फेंकने की बात सामने आई।
   सभी ने बताया कि नदी में सबलोग छलांग लगा कर नहा रहे थे लेकिन रोहित लंबा छलांग लगाया और गहरे पानी मे चला गया फिर वे चारो इंतजार करते रहे पर रोहित वापस नही आया। डर के मारे चारो अपने घर चले गये और किसी को इसकी जानकारी नही दी।
    इसमें तीन मुस्लिम और रोहित समेत दो हिन्दू बच्चे थे। पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. से भी पूछताछ की तो उन्होंने भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार डूबने से ही मौत हुई है, पर डी जी पी संतुष्ट नही हुये फिर एक डॉ से पूछताछ किया दूसरे डॉ ने भी डूबकर मरने की ही बात बताई।
    बाबजुद इसके डी जी पी संतुष्ट नही हुये और इस विवादास्पद मौत को हत्या मानकर ही पुलिस अनुसंधान कर रही है। इस बीच डी जी पी ने थानाध्यक्ष को मृतक रोहित के परिजनों से दुर्व्यवहार के आरोप में निलंबित भी कर दिया है और लोगों से हत्या का कारण और साक्ष्य जुटाने में पुलिस की मदद करने की भी अपील की है।
   रोहित के विवादास्पद मौत का मामला अभी न्यायालय में विचाराधीन है और पुलिस साक्ष्य जुटाने के लिये हर बिंदु पर बारीकी से अनुसंधान कर रही है।

(रविशंकर शर्मा )

Post a Comment

0 Comments