कोरोना : क्या आप तनाव, अकेलापन और डिप्रेशन के हो रहे हैं शिकार
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कोरोना : क्या आप तनाव, अकेलापन और डिप्रेशन के हो रहे हैं शिकार

    कोरोना वायरस महामारी से दुनिया के ज्यादातर देशों के लोग तबाह हो चुके हैं। चीन के वुहान शहर से शुरू हुई इस महामारी के 5 महीने बीत जाने के बाद भी कम होने के आसार नहीं नजर आ रहे हैं। इस दौरान लॉकडाउन में रह रहे लोग कई तरह की मानसिक समस्याओं के शिकार हो रहे हैं। लोग चिंता, डर, अकेलेपन और अनिश्चितता के माहौल में जी रहे हैं। लोगों के काम-धंधे बंद हैं। बहुत लोगों की नौकरियां जा रही हैं। बच्चों की पढ़ाई रुक गई है। आमदनी का जरिया दिखाई नहीं पड़ रहा। जरूरी काम से भी कहीं दूसरे शहर या रिश्तेदारों के यहां नहीं जा सकते। तय हो चुकी शादियां टालनी पड़ गईं। बीमार बुजुर्गों का सही तरीके से इलाज नहीं हो पा रहा है। सबसे बढ़ कर समस्या यह है कि बाहर निकलना बंद है। ऐसे में, मानसिक समस्याओं का बढ़ना स्वाभाविक है। 
     मानसिक तनाव बढ़ने से सिरदर्द, सुस्ती, थकान महसूस होना, ब्लड प्रेशर अनियमित होना जैसी समस्याएं ज्यादा देखने को मिल रही हैं। लोगों में एक अनजाना डर, गुस्सा, चिड़चिड़ापन और उदासी की समस्या भी पैदा हो रही है। लोगों को बुरे-बुरे ख्याल आते हैं। सही ढंग से नींद नहीं आती। ऐसे में, लोगों के व्यवहार में बदलाव दिखाई पड़ने लगता है। कुछ लोग नशीली चीजों का ज्यादा इस्तेमाल करने लगते हैं। कुछ लोग अपना ज्यादा समय टीवी देखने या सोशल मीडिया पर बिताने लगते हैं, वहीं कुछ लोग घर के लोगों से भी कट जाते हैं और एकांत में रहने लगते हैं। कोरोना के इस संकट में मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। मानसिक तौर पर मजूबत नहीं रहने से इम्यून सिस्टम भी कमजोर होता है। जानें कुछ टिप्स। 
    तमाम परेशानियों के बावजूद पॉजिटिव रहने की कोशिश करना जरूरी है। हमेशा यह सोचें कि यह एक ऐसा दौर है, जो जल्दी ही चला जाएगा। कोई भी महामारी हमेशा बनी नहीं रह सकती। दुनिया में एक से एक महामारियां आईं और चली गईं। इसी तरह कोरोना भी जाएगा। इसलिए मन में बेकार का डर नहीं पालें। 
शारीरिक गतिविधियां जारी रखें
    घर में रहने के बावजूद सुस्त मत पड़े रहें। अगर बाहर नहीं जा सकते तो घर की छत पर, कमरे में या आंगन में टहलें। ऐसे कामों में वक्त दें, जिनमें मेहनत करनी पड़े। इससे शारीरिक गतिविधि बनी रहेगी और आप उत्साह महसूस करेंगे। मेहनत का काम का करने से मन पर सकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए घरेलू कामों में समय दें। 
    एक्सरसाइज और योग करने से शरीर के साथ मन पर भी अच्छा असर होता है। प्राणायाम करने से चिंता और तनाव जैसी समस्या दूर होती है। एक्सरसाइज से आपके शरीर की मांसपेशियां मजबूत होंगी। इससे आप खुद तो चुस्त-दुरुस्त महसूस करेंगे। इसलिए नियमित तौर पर एक्सरसाइज और योग करें। 
    संगीत सुनने से मन को शांति मिलती है। इसलिए जब भी उदासी महसूस करें, कोई मनपसंद संगीत सुनें। मानसिक स्वास्थ्य के लिए संगीत को सबसे अच्छा बताया गया है। चिंता से बचने के लिए आप कोई मनपसंद किताब भी पढ़सकते हैं। सोशल मीडिया पर ज्यादा समय गुजारने से कोई किताब पढ़ना हर हाल में बढ़िया होता है। 
   लोगों से बातचीत करने से भी चिंता और तनाव की समस्या में राहत मिलती है। आप घरके लोगों से, खास कर बच्चों से जरूर बात करें। बातचीत हल्के-फुल्के विषयों पर करें। कोरोना को लेकर किसी तरह की चर्चा करने से बचें। दोस्तों से भी फोन पर बातचीत कर सकते हैं। इससे आप बेहतर महसूस करेंगे। हमेशा यह ध्यान रखें कि बातचीत सकारात्मक विषयों पर ही हो।

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