स्वतंत्र भारत की पहली महिला जिसे फांसी दी जाएगी
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स्वतंत्र भारत की पहली महिला जिसे फांसी दी जाएगी

    सच में सेक्स हारमोंस किसी भी व्यक्ति की सोचने समझने की क्षमता को बिल्कुल खत्म कर देते हैं आजाद भारत में पहली बार जिस महिला यानी शबनम को फांसी दी जा रही है उसके बारे में जानकर आपकी रूह कांप जाएगी। 
   ऊपर तस्वीर में दिख रही महिला शबनम अली डबल एमए है। यह शख्स सलीम है, जिसने सिर्फ 6वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। शबनम और सलीम का रिश्ता था, लेकिन शबनम का परिवार इसके खिलाफ था।
     शबनम भी अच्छे परिवार की थी हालांकि दोनों मुस्लिम थे लेकिन दोनों की जाति में फर्क था शबनम उनकी जाति की सैयद थी जबकि सलीम नीची जाति का था शबनम के बड़े भाई, उसकी भाभी, उसकी मां और उसके पिता ने शबनम को बहुत समझाया कि तुम सलीम से रिश्ता तोड़ दो हम तुम्हारी शादी एक पढ़े-लिखे अच्छे घर में करेंगे लेकिन शबनम अपने सेक्स के हार्मोन के वश में थी उसे ऊंच-नीच कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था यहां तक कि वह सलीम से गर्भवती भी हो गई थी। 
   फिर शबनम और सलीम ने शबनम के पूरे परिवार को मारने की योजना बनाई। उन्होंने दूध में नशीली दवा डालकर शबनम के परिवार को पिला दिया। फिर, शबनम और सलीम ने परिवार के सभी सदस्यों की कुल्हाड़ी से निर्मम हत्या कर दी।
7 लोगों की हत्या कर दी गई
   शबनम के पिता शौकत, मां हाशमी, भाई अनीस और राशिद, भाभी अन्नम और राबिया। शबनम ने अपने भतीजे अर्श की भी गला दबाकर हत्या कर दी। शबनम का भतीजा मात्र 2 साल का था लेकिन शबनम ने अपने सगे भतीजे को भी मार दिया। 
    शबनम स्वतंत्र भारत की पहली महिला होगी जिसे फांसी दी जाएगी। शबनम और सलीम को मौत की सजा दी गई है।
    जब अदालत ने मौत की सजा दी, शबनम और सलीम जान की भीख मांगने सुप्रीम कोर्ट चले गए। सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा। शबनम ने एक दया याचिका भी राष्ट्रपति के पास भेजी, लेकिन याचिका खारिज कर दी गई।
    उत्तर प्रदेश के मथुरा जेल में शबनम की फांसी की तैयारियां चल रही है बहुत जल्द शबनम को फांसी हो जाएगी उधर सलीम की भी फांसी की तैयारी चल रही है उसे भी फांसी दे दी जाएगी
     इन दोनों ने जो जघन्य अपराध किया उसकी सजा मौत से भी कहीं बड़ी होनी चाहिए लेकिन इनके लिए इस धरती पर मौत से बड़ी कोई सजा नहीं है। 
     जेल में ही शबनम ने एक बच्चे को जन्म दिया जेल प्रशासन ने उस बच्चे को एक परिवार को गोद दे दिया वह बच्चा कभी-कभी जेल में शबनम से मिलने जाता है और अब शबनम ने बचने का अंतिम हथियार अपने बच्चे को बनाया है और उस छोटे से बच्चे से राष्ट्रपति के पास यह याचिका करवाई है यदि मेरी मां को फांसी हो जाएगी और मेरे पिता को फांसी हो जाएगी तब इस दुनिया में मेरा कोई भी रिश्तेदार नहीं बचेगा इसलिए इन्हें फांसी ना दी जाए। 

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