आजकल कुछ लोग पढ़े लिखे होने के बावजूद भी अपने वैवाहिक और अन्य मांगलिक कार्यक्रमों में आई अड़चनों दूर करने के लिए पंडितों इतना अतिविश्वास करने लगे है कि पंडितों के द्वारा बताये हुए उपाय ही जैसे उन्हें भवसागर पार लगाएंगे। ऐसा ही एक मामला जालंधर के बस्ती बावा खेल क्षेत्र में देखने को मिला जहा महिला शिक्षिका ने अपनी 'कुंडली' में 'मांगलिक दोष' को दूर करने के लिए अपने ही 13 वर्षीय छात्र से जबरन शादी रचा ली।
महिला ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि उसका परिवार चिंतित था क्योंकि उसकी शादी 'मांगलिक दोष' के कारण नहीं हो पा रही थी। महिला के अनुसार परिवार के पुजारी ने कथित तौर पर सुझाव दिया था कि उन्हें 'दोष' से छुटकारा पाने के लिए एक नाबालिग लड़के के साथ एक प्रतीकात्मक विवाह से गुजरना होगा।
पुजारी की इस अनोखी सलाह के बाद, शिक्षक ने लड़के के माता-पिता से कहा कि लड़के को ट्यूशन के लिए एक सप्ताह के लिए उसके घर पर रहना होगा और इसी दौरान उसने शादी कर ली।
घर लौटने पर, लड़के ने अपने माता-पिता को पूरी घटना बताई। इसके बाद लड़के के परिवारजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। शिकायत के अनुसार, लड़के ने आरोप लगाया कि शिक्षक के परिवार ने हल्दी-मेहंदी की रस्म निभाई और सुहागरात का नाटक भी किया गया।