सर्वेश्वर महादेव मंदिर के संत आक्रोशित क्यों हो गए?
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सर्वेश्वर महादेव मंदिर के संत आक्रोशित क्यों हो गए?

सर्वेश्वर महादेव मंदिर की जमीन का सीमांकन
मंदिर निजी जमीन में बताने के बाद लगा ताला तो आक्रोशित हुए संत महंत और कोटवाल
सूचना के बाद नहीं पहुंची पुलिस 
बाबा रामदेव मंदिर निर्माण के लिए हुई चर्चा 
    बांसवाड़ा/राजस्थान।। राजस्थान के जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में सार्वजिनक हिन्दू मंदिरों में व्यक्ति विशेष द्वारा कब्ज़ा करने के कई मामले अक्सर सामने आते रहते है। मंदिरो पर कब्ज़े को लेकर जहा इसी जिले के राजराजेश्वर मंदिर की बात हो या फिर किसी दूरदराज़ क्षेत्र के मंदिर की बात हो कुछ धनिक लोग अपने रुतबे और राजनैतिक पहुंच से ईश्वर को भी कब्ज़े में लेने से गुरेज नहीं करते है। यहाँ यदि बात किसी अन्य धर्म की हो तो वहा धार्मिक कट्टरता के चलते ऐसे मामले ना के बराबर होते है लेकिन बात जब हिन्दू धर्म की हो तो हिन्दू मंदिरों पर कब्जे से सम्बंधित सैकड़ों मामले सामने आ ही जाते है। आज यहाँ बात हो रही है जिले के कुशलगढ़ उपखंड के खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र के छोटी सरवा कस्बे की जहा सर्वेश्वर महादेव मंदिर चेतन धाम जुना अखाड़ा के नाम दान होकर दर्ज मंदिर जमीन का शुक्रवार को सीमांकन किया गया। 
   बता दें कि महंत चेतन भारती से लेकर शिष्य दिवंगत सुदर्शन भारती की समाधि होकर परिसर में प्राचीन शिवालय स्थित है। वर्तमान में मंदिर के महंत के रूप में सुदर्शन भारती के शिष्य लोमस भारती सेवा करते हैं। उक्त जमीन को बरसों पहले टीटा भगत ने मंदिर के लिए दान देने के बाद कुशलगढ़ रतलाम मुख्य मार्ग मैन रोड की बेशकीमती जमीन पर अतिक्रमण होने पर महंत तथा भक्तो की और से तात्कालीन उपखंड अधिकारी सुमन मीणा को ज्ञापन देकर सीमांकन और अतिक्रमण हटाने की मांग रखी थी। वही इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। मंदिर महंत की और से मंदिर के नाम दर्ज सम्पूर्ण जमीन का सीमांकन कराने की अर्जी के बाद यहां तीन गिरदावर सहित पटवारी की टीम मौके पर पहुंची, जहां शिवालय व्यक्तिगत निजी जमीन में बताने पर हक जता रहे स्थानिय लोगों के परिवार से मंदिर में अपना ताला लगाकर बंद कर दिया गया। इसके बाद भी टीम ने सीमाकंन कार्य जारी रखा जहां हनुमान जी मंदिर मार्ग मैन रोड तक मंदिर की जमीन और अतिक्रमण होना सामने आया। 
    मौके पर मंदिर के नाम एक अन्य कृषि जोत खेत का भी सीमांकन किया गया वही मंदिर शिवालय में ताला लगाने के बाद महंत लोमस भारती और क्षेत्र के मौजूद साधू संत और भक्तो ने रोष व्यक्त किया तथा बताया कि मंदिर की बेशकीमती जमीन पर अतिक्रमियों की नजर है, जो बेवहज महंत को भी परेशान करते आ रहे हैं। क्षेत्र के सारे महंत कोटवाल और भगत महंत के साथ है अगर मंदिर बंद भी किया गया है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। 
    बता दें कि इस दौरान कुशलगढ़ तहसीलदार के निर्देश पर सीमांकन के दौरान गिरदावर विजय लाल कोठारी, मनोहर बारिया, छाजुराम पटावारी मांगुसिंह चावडा मौजुद रहे, जिन्होंने सीमाकंन के बाद मौका पर्चा बनाने की कारवाई की। इधर शिवालय और मंदिर को अपनी जमीन में बताकर ताला लगाने पर मौके पर संत कोटवाल गणपत, दिलिप भाई, जितेंद्र जोशी उर्फ जटा भाई, रिंकु त्रिवेदी, विजय उर्फ टकु भाई, गोकुल, कोदालाल, टीटा भगत, भावगिरी, मकान भगत, शंकर सिंह, कमलेश माली, भीम सिंह, कोदर भगत, बाबा रामदेव मंदिर कुशलगढ़ पुजारी गौरी बुआ सहित क्षेत्र के भगत साधु संत मौजूद रहे।
मैन रोड पर बनेगा बाबा रामदेव का मंदिर, बैठक में चर्चा
   कुशलगढ़ के छोटी सरवा सर्वेश्वर महादेव मंदिर की जमीन पर मैं रोड पर लोकदेवता बाबा रामदेव का भव्य मंदिर निर्माण किया जाएगा जिसको लेकर सभा भवन परिसर में गौरी बुआ और महंत लोमस भारती की मौजूदगी में भक्तो और संतों ने चर्चा की तथा शीघ्र धर्म ध्वजा की प्रतिष्ठा के साथ मंदिर निर्माण शीघ्र प्रारंभ करने और मंदिर जमीन में तार फेंसिंग कराने को लेकर चर्चा की गई। छोटी सरवा महंत लोमस भारती ने बताया कि सीमांकन में विवाद की स्थिति को देखते हुए थाने में भी लिखित सूचना देने और टीम के आने के बाद सूचना देने के बावजूद मौके पर कोई पुलिस कर्मी नहीं आया।

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