266 की यूरिया सीधे 400 में कौन हरामखोर खा रहा है बीच का पैसा?
खाद की कालाबाज़ारी में लूट की छूट, बीटीपी करेंगी लुटेरों को बेनक़ाब
राजस्थान के खाद व्यापारी ऊंचे दामों में मध्यप्रदेश में बेच रहें है खाद
न्यूज़ टुडे टाईम की ख़बर का असर, खाद पर अधिक दाम वसुलने वालें व्पारियो में मचा हड़कंप
बांसवाड़ा/राजस्थान।। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के बीटीपी ब्लॉक सज्जनगढ़ के द्वारा यूरिया खाद की कालाबाजारी के नियंत्रण हेतु कार्यवाही की मांग को लेकर बीटीपी ब्लॉक अध्यक्ष मान सिंह डामोर के नेतृत्व में सज्जनगढ़ उपखंड अधिकारी गोवर्धन लाल मीणा को ज्ञापन दिया गया।
बीटीपी ने बताया की सज्जनगढ़ ब्लॉक के अंतर्गत कहारवाड़ी, डूंगरा छोटा, डूंगरा बड़ा, तांबेसरा, भीलकुआं, तथा सज्जनगढ़ कस्बे में आदिवासी किसानों के साथ एमआरपी रेट से अधिक यूरिया खाद की कीमत वसूली जा रहा है। सरकार के द्वारा एमआरपी रेट 266.50 रुपए हैं। इसके बावजूद 400 रुपए तक व्यापारियों द्वारा लिया जा रहा है। इसके नियंत्रण एवं कार्यवाही को लेकर भारतीय ट्राईबल पार्टी द्वारा सरकार और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया गया है। इस अवसर पर उपस्थित बीटीपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय भाई मईडा, वलम सिंह, हुरतेगभाई, मोहन डामोर, राजेंद्र, जसुलाल, आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
खाद की कालाबाज़ारी को रोकने के लिए बीटीपी पहले भी सरकार को करा चुकी है अवगत
बीटीपी ने कि किसानों के हित की बात, बाकी राजनीतिक दल झांकते रहें बगले
जिस बीटीपी पार्टी के लिए कुछ राजनीतिक पार्टिया उस पर जातिगत भेदभाव का आरोप लगाती थी, वही बीटीपी पार्टी आज जनहित के मुद्दे प्रमुखता से उठा रही है। केन्द्र सरकार व राजस्थान सरकार हमेशा से ही किसानों के हित व देश में भ्रष्टाचार नहीं होंने दावा करती आई है। जिसमे अभी तक का सबसे निकम्मा और लूटखोर डकैतों का राज़ तो सिर्फ कांग्रेस सरकार द्वारा ही दिया गया है। राजस्थान के कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने निजी लाभ के लिए तो सरकार में कई सरकारी विभागों का ज़िम्मा खुद ने ही ले रखा है, भले ही राज्य बर्बाद ही क्यों ना हो जाए।
गहलोत के अभी तक के कार्यकाल में सिर्फ गाँधी परिवार की बटरिंग करना ही उनके काम का प्रमुख हिस्सा बन चूका है। राज्य की जिस जनता ने कब्र में जा चुकी कांग्रेस में अपना उज्जवल भविष्य देखा था आज वो ही जनता यह पूरी तरह से जान चुकी है की कांग्रेस मुक्त भारत अब सही में इस देश की महत्वपूर्ण ज़रूरत बन चूका है। लुटेरी और चोर टाइप की कांग्रेस पार्टी की नीतियों को देखकर अब राज्य के नोकरशाह भी कांग्रेस सरकार की लूट की छूट समझ अब अपनी ही झोली को भरने में लगे हुए हैं।
आपको बता दे कि राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ उपखंड क्षेत्र में किसानों के साथ इसी लूट की छूट में ऊंचे दामों पर खाद की बिक्री पर इस देश की जनता को हमारे द्वारा अवगत कराया जा रहां हैं। हाल ही में भारतीय ट्रायबल पार्टी (बिटीपी) के विजय मईडा ने एक ज्ञापन कुशलगढ़ एसडीएम को कारोबारियों द्वारा खाद की कालाबाजारी करने का आरोप लगाते हुए एक सौंपा गया था। जब इस कालाबाज़ारी की न्युज टुडे टाईम ने प्रमुख्ता से खबर प्रकाशित की तो ऊंचे दामों पर खाद बेचने वाले हरामखोर लुटेरों में हंंडकम्प मच गया। लेकिन वही आदिवासियों के दम पर राजनीति करने वाले जनप्रतिनिधियों ने इस और कोई ध्यान नहीं दिया। जहा खाद को ऊंचे दामों पर बेचने वाले व्यापारीयो द्वारा सरकारी नौकरशाहों और नेताओं को उनके कमीशन का हिस्सा पहुंचा कर अपनी तिजोरियां भरने में लगे हैं।
भारतीय ट्रायबल पार्टी (बिटीपी) के विजय मईडा ने बताया की यदि किसानों का खाद बिक्री के नाम पर आर्थिक शोषण किया गया तों भारतीय ट्रायबल पार्टी इस मुद्दे को लेकर जागरूक हो कर आंदोलन करेंगी। मईड़ा का कहना है कि यदी ऊंचे दामों पर खाद बेचने वाले व्यापारियों ने धरती पुत्रों को ठगा तो बीटीपी अब चुप नहीं बैठेगी। मईड़ा ने बताया की यदि सरकार व नोकरशाहो ने इस और ध्यान नहीं दिया तों मामला न्यायालय के संज्ञान में भी लाया जाएगा। इतना ही नहीं कुछ हरामखोर व्यापारी राजस्थान का खाद अब ऊंचे दामों पर मध्यप्रदेश की ओर कालाबाज़ारी के लिए चोरी-छिपे ले जा रहे है। वही कालाबाज़ारी के इस मामले को लेकर जनप्रतिनिधि, नोकरशाही व पुलिस सभी नतमस्तक बने हुए है।
जानते है क्या था खाद की कालाबाज़ारी का पूरा मामला
भारतीय ट्राइबल पार्टी के माध्यम से कुशलगढ़ उपखंड अधिकारी को जिला कलेक्टर महोदय बांसवाड़ा के नाम यूरिया खाद में की जा रही खुली लूट को लेकर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विजय भाई मईडा के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया। मईड़ा ने बताया की बांसवाड़ा जिले की कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में यूरिया खाद एमआरपी दर से अधिक कीमत पर सरेआम लूट करते हुए वसूला जा रहा है। जानकारों का कहना है की यूरिया सहित कई चीजों के दाम विक्रेता कांग्रेस सरकार के नेताओं और अधिकारीयों से मिलीभगत कर दो नंबर में बेच रहे है जिससे गरीबों का काफी हद तक नुकसान किया जा रहा है।
कौन हरामखोर कर रहा है दो नंबर में घालमेल?
मईड़ा ने बताया की यूरिया खाद की अवैध तरीके से कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग की गई है। बीटीपी कार्यकर्ताओं का कहना है की संपूर्ण बांसवाड़ा जिले सहित देहात के कस्बों तथा कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के व्यापारियों द्वारा यूरिया खाद पर अनियंत्रित तरीके से प्रशासन से मिलीभगत कर कालाबाजारी की जा रही है। जानकारों का कहना है की यूरिया के लिए सरकार की एमआरपी दर 268 रूपये निर्धारित हैं, लेकिन एमआरपी दर से अधिक मनमानी कीमत 400 रुपए तक व्यापारियों द्वारा लिया जा रही है। इस तरह से यहां के गरीब आदिवासी किसानों से जबरन कीमत वसूली जा रही है। इस लूट को देखते हुए आम जनमानस का कहना है की यूरिया की एमआरपी और उसकी असल बेचान कीमत में इतना बड़ा घालमेल कर कौन हरामखोर है जो बीच इतने बडे मार्जिन को दो नंबर में हज़म कर रहा है।
सरकार और प्रशासन गरीबो के सब्र का इंतहा ना ले
मईड़ा का कहना है की इस प्रकार का अन्याय कर गरीबों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है, जिसकी कोई सीमा नहीं है। कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कुशलगढ़, सज्जनगढ़, छोटी सरवा, बड़ी सरवा, पाटन, मोहकमपुरा, टीमेडा बड़ा, रामगढ़, तांबेसरा, डूंगरा, भील कुआं, कहारवाड़ी, उकाला आदि कस्बों में यूरिया व्यापारियों द्वारा मनमानी कर अवैध तरीके से लूट की जा रही है, जिस पर तुरंत नियंत्रण नहीं किया जाता है तो भारतीय ट्राइबल पार्टी जन आंदोलन व धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर होगी। मईड़ा ने बताया की गरीबों के हक़ के लिए किये जाने वाले आगामी आंदोलन की समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी। ज्ञापन देते समय सज्जनगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष मानसिंह डामोर, नरेश, विजय सिंह भाबोर, राजेंद्र डोडियार, विधानसभा क्षेत्र प्रभारी देवचंद मईडा, अनिल, महेश, प्रदीप, राकेश आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।