आमिर खान ने देश की जनता से अपील की है कि "मैं इस देश से बहुत प्यार करता हूँ, प्लीज मेरी फिल्म का बायकॉट ना करे।" यह बिल्कुल सही है कि आमिर खान इस देश को बहुत प्यार करते हैं लेकिन इसमें भी कोई संदेह नहीं कि वे 2047 का बहुत बेसब्री से इंतजार भी कर रहे हैं।
इसलिए वे अनेक भारत विरोधी संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहें है और यह वित्तीय सहायता वह अपनी पैतृक संपत्ति से नहीं बल्कि आपकी जेब काटकर ही कर रहे है।
हिंदुत्व के प्रति यह कैसी नीति?
आमिर बहुत प्रगतिशील व्यक्ति हैं और इसलिए हर दिवाली में प्रदूषण रोकने के लिए पटाखे न जलाने की अपील करते हैं। होली में पानी की बर्बादी रोकने के लिए भी अपील करते हैं। हिंदुओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए पीके जैसी फ़िल्म बनाते हैं।
अब बात करते हैं उनकी अपील की। इतिहास की सबसे भयंकर भूलों में से एक है पृथ्वीराज चौहान द्वारा 17 बार मोहम्मद गौरी को क्षमादान और प्राणदान दिया जाना और जब 18 वीं बार वह युद्ध में हार गए तो वह उन्हें बंदी बनाकर अफगानिस्तान ले गया और उनकी आंखें फोड़ दी गई।
इतिहास की सबसे बड़ी सीख में से भी एक पृथ्वीराज से संबंधित है - “मत चूको चौहान”
पृथ्वीराज को अपमानित करने के लिए रोज दरबार में लाया जाता था जहाँ गौरी और उसके साथी पृथ्वीराज का मजाक उड़ाते थे। उन दिनों पृथ्वीराज अपना समय अपने जीवनी लेखक और कवी चंद् बरदाई के साथ बिताता था। चंद् ने ‘पृथ्वीराज रासो’ नाम से उसकी जीवनी कविता में पिरोई थी। उन दोनों को गोरी से बदला लेने का अवसर जल्द ही प्राप्त हो गया जब गौरी ने तीरंदाजी का एक खेल अपने यहाँ आयोजित करवाया। पृथ्वीराज ने भी खेल में शामिल होने की इच्छा जाहिर की परन्तु गौरी ने कहा की वह कैसे बिना आँखों के निशाना साध सकता है। चंदरबरदाई ने गौरी को बताया कि पृथ्वीराज शब्द भेदी बाण चला सकते हैं। गौरी सहमत हो गया और उसको दरबार में बुलाया गया। वहां गौरी ने पृथ्वीराज से उसके तीरंदाजी कौशल को प्रदर्शित करने के लिए कहा।
चंद बरदाई ने पृथ्वीराज को कविता के माध्यम से सुल्तान कहाँ बैठे हैं इसकी सूचना दी- “चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण, ता ऊपर सुल्तान है मत चुको चौहान।” पृथ्वीराज चौहान ने तीर को गोरी के सीने में उतार दिया और वो वही तड़प तड़प कर मर गया। इतिहास इसलिए होता है कि उससे कुछ सबक लिया जाय, केवल सामान्य ज्ञान बढाने की चीज नहीं है इतिहास।
भारत के विरुद्ध आतंकवादी गतिविधियों का संचालन के साथ सामने आई थी तस्वीर
ये तस्वीर अक्टूबर 2012 में उस वक्त की है, जब आमिर खान अपनी अम्मी के साथ हज यात्रा पर गए थे। उस दौरान आमिर खान ने शाहिद अफरीदी और आतंकवादी मौलाना तारिक जमील से हज पर मुलाकात की थी। तारिक जमील पाकिस्तान में भारत के विरुद्ध आतंकवादी गतिविधियों का संचालन करते हैं और ट्रेनिंग कैंप चलाते हैं, बाक़ी आप खुद समझदार है।