खनिज अधिकारी ने रिश्वत के रूप में मांगी महिला की अस्मत, अब पहुंचा जेल
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खनिज अधिकारी ने रिश्वत के रूप में मांगी महिला की अस्मत, अब पहुंचा जेल

MP के अधिकारी ने काम के एवज में महिला से मांगे 25 हजार
कहा 2 दिन मेरे साथ गुजारोगी तो रिश्वत नहीं लूंगा 
Sanjay Lunawat Mine Officer arrested
  रतलाम/इंदौर/मध्य प्रदेश।। मध्य प्रदेश की भाजपा की सुशासन वाली शिवराज सरकार में चरित्रहीन अधिकारियो का बोल बाला हो गया है। बीजेपी के राज अधिकारी अब सीधे ही मासूम औरतों को अपनी हवस का शिकार बनाने के लिए सरेआम उन्हें दो दिन अपने साथ गुजारने के ऑफर तक देते नज़र आ रहे है। एमपी में बिगड़ते हालत मोदी जी की सफदे दाढ़ी में कलंकित करने में लगे हुए है। हाल ही में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन महाकाल नगरी कॉरिडोर का शुभारम्भ कर जनता के बीच अपनी सरकार की साफ़ सुथरी छवि पेश करने की कोशिश की थी लेकिन फिर बी बीजेपी राज़ का काला सच कैसे ना कैसे कर के जनता के सामने बीजेपी सरकार और उसकी प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खोल ही देता है। जी हां मध्यप्रदेश के इंदौर में पदस्थ सहायक खनिज अधिकारी संजय लुणावत ने एक मामले में महिला से 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जब महिला 25 हजार रुपये लेकर जब आरोपित अधिकारी को देने गई तो उसने कहा कि मेरे साथ दो दिन बिता लो, तो रिश्वत के पैसे नहीं देने पड़ेंगे। बतादे की इंदौर-उज्जैन संभाग के उड़नदस्ता प्रभारी (खनिज) संजय लुणावत के खिलाफ एक महिला ने रतलाम में छेड़छाड़ का केस दर्ज करवाया है। इसी मामले में आरोपी संजय लुणावत लंबे समय से फरार चल रहा था। आरोपी संजय लुणावत पर 25000 रूपये का इनाम भी घोषित किया गया था। जिसे आखिरकार पुलिस ने गिरफ़्तार कर न्यायालय पेश में किया जहा से उसे जेल भेज दिया गया है।
Sanjay Lunawat Mine Officer arrested
 वही आरोपी खनिज अधिकारी लुणावत की जमानत याचिका खारिज करते हुए रतलाम न्यायालय की न्यायाधीश ज्योति राठौर ने जेल भेजने के आदेश जारी किए हैं। आरोपी सहायक खनिज अधिकारी के खिलाफ रतलाम की महिला ने छेड़छाड़ का केस दर्ज कराया था। रतलाम पुलिस ने आरोपी लुणावत के खिलाफ 19 मई को केस दर्ज किया था। उक्त प्रकरण का चालान मंगलवार को प्रस्तुत होने के बाद जमानत के लिए पहुंचे सहायक खनिज अधिकारी को न्यायाधीश ने आवेदन निरस्त कर जेल भेजने के आदेश जारी कर दिए।
  बता दें कि घटना 30 मार्च 2022 को रतलाम की है। आरोपी लुणावत ने महिला को रिश्वत के 25 हजार रुपए के साथ बुलाया था। इस पर वह रतलाम के एक मंदिर के पास पहुंची। इस दौरान महिला, पति व बच्चे के साथ कार में थी। लुणावत ने महिला के पति को पानी की बोतल लेने भेजा। फिर उसके जाते ही महिला को कहा कि दो दिन मेरे साथ चलोगी तो 25 हजार रुपए नहीं लूंगा।
  पति जब पानी लेकर लौटा तो उसने महिला को रोते हुए देखा। लुणावत ने पति से भी यही बात कह दी तो दोनों घबराकर वहां से चले गए। बाद में महिला ने लुणावत की पुलिस में शिकायत कर दी। यह घटना 31 मार्च को घटी थी। संजय लुणावत के रसूख के चलते जांच पुलिस के आला अधिकारियों द्वारा की गई और आखिर में रतलाम सीएसपी की जांच के बाद केस दर्ज हुआ।
  जानकारी अनुसार आरोपी लुणावत पहले भी कई विवादों में उलझते रहा है। जानकारी के मुताबिक आरोपी लुणावत ने महिला को 25 हजार रुपए लेकर बरोठ माता मंदिर रोड के पास शिवगढ़ (रतलाम) पर बुलाया था। वो अपने पति और बेटे के साथ लुणावत के बताए स्थान पर पहुंची तो लुणावत ने महिला के पति को पानी लेने भेज दिया और मौका पाकर उससे कहा मेरे साथ दो दिन रहोगी तो हर महीने पैसे नहीं देना पड़ेंगे।
  इस पर महिला रोने लगी और तभी उसके पति आए और कारण पूछा। इस बीच लुणावत ने महिला का हाथ पकड़ा और पीठ थपथपाकर पति को कहा कि तुम्हारी पत्नी को मेरे पास छोडक़र चले जाओ तो आगे से पैसे की जरूरत नहीं पड़ेगी। केवल दो दिन की बात है। यह सुनते ही दंपती अवाक रह गए और वहां से चले गए थे।
  पीड़िता उक्त घटना के बाद खनिज अधिकारी लुणावत के खिलाफ शिकायत करने थाने पहुंची थी। 7 अप्रैल 2022 को बयान के दौरान महिला ने घटना की पूरी जानकारी दी। इस दौरान पीड़िता महिला ने खनिज अधिकारी लुणावत पर आरोप लगाया कि आगे भी वह जोर जबर्दस्ती कर मुझे व मेरे बच्चों को नुकसान पहुंचा सकता है। जांच के बाद पुलिस ने 19 मई 2022 को लुणावत के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था।
  इसी मामले में पीड़ित महिला ने अप्रैल में रतलाम कलेक्टर को शिकायत की थी। उसके बाद सीएसपी स्तर के अफसर को जांच सौंपी गई थी। उनकी रिपोर्ट आने और महिला के बयान के आधार पर रतलाम महिला थाने में 19 मई को केस दर्ज हो गया। लुणावत लंबे समय से इंदौर में पदस्थ हैं। बीच में कुछ समय के लिए तबादला होता था लेकिन फिर इंदौर आ जाते है। कुछ सालों पहले जब इंदौर में पदस्थ थे तो भाजपा को इनके खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा था। तब भाजपा नेताओं ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेस में इनका नाम लेकर आरोप लगाए थे।
  आखिर संजय लुनावत जब गिरफ्तार हुआ तो रतलाम पुलिस द्वारा उसे रतलाम न्यायाधीश ज्योति राठौर के न्यायालय में पेश किया गया। जहां न्यायालय ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए उसे जेल भेज दिया। पुलिस हिरासत में आने के बाद खनिज अधिकारी संजय लुणावत बाथरूम का बहाना करके भागने की भी कोशिश करता नजर आया। उसके हाथ में मोबाइल भी साफ नजर आया म। साथ ही वह जब बाथरूम का बहाना करके भागने लगा तो पुलिस के जवानों ने उसे पकड़ा।

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