मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को बस सार्थियों ने सौंपा ज्ञापन
झालावाड़/राजस्थान।। झालावाड़ रोडवेज डिपो में एम डी नथमल डिडेल ने एक आदेश पारित कर 2016 से चल रही बस सारथी योजना को 1 दिसंबर से बंद कर दिया जिससे कई बस सारथी बे रोजगार हो गए पूर्व में कार्यरत बस सार्थियों ने मोहम्मद शफीक खान वरिष्ट प्रवक्ता जिला कांग्रेस पार्षद एव जिला आयोजना समिति सदस्य के नेतृत्व में जिला कलेक्टर श्रीमति डॉ. भारती दीक्षित को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में बस सार्थियों ने बताया की झालावाड़ डिपो में निगम हित में मुख्यालय के निर्देशानुसार 48 बस सारथी सेवा दे रहे थे जिससे कर्मचारियों की पूर्ति निगम को लक्ष्य पूर्ति और आमजन को सभी मार्गों पर सुलभ यात्रा की सुविधा मिल रही थी व कई बेरोजगार लोगों के परिवार का लालन पोषण हो रहा था कुछ असामाजिक तत्व जो रोडवेज उड़न दस्तों की सूचना परिचालकों को देने का कार्य करते हैं उनके द्वारा यातायात निरीक्षक प्रदीप कुमार के साथ अभद्रता की गई उसका दोषी बस सार्थियों को मानते हुए मुख्यालय द्वारा झालावाड़ डिपो में परिचालकों की पर्याप्त उपलब्धता बताते हुए बस सारथी योजना बंद कर दी गई।
बतादे कि लगभग 12 शेड्यूल अन्य डिपो में स्थानांतरित कर दिए गए जिससे 48 परिवार की रोजी-रोटी पर संकट मंडरा गया। वही बस सार्थियों ने जिला कलेक्टर को अवगत करते हुए बताया की वर्तमान समय में भी झालावाड़ डिपो में परिचालकों की कमी बनी हुई है जिसके कारण कई मार्गों पर संचालन बाधित हो रहा हे परिचालकों की कमी के चलते कई चालकों से परिचालकों का कार्य लेते हुए संचालन करवाया जा रहा है जो मोटर एक्ट के नियमों के विरुद्ध हे चालक द्वारा अन्य व्यक्ति से परिचालक का कार्य लिया जा रहा है जिससे निगम की छवि धूमिल हो रही है और निगम को राजस्व में भी हानि उठानी पड़ रही है।
वही बस सार्थियों द्वारा मुख्यालय द्वारा दिया गया लक्ष्य अर्जित कर दिया जा रहा था जिससे निगम राजस्व में बडोतरी और कम मानदेय पर परिचालकों की कमी की पूर्ति हो रही थी और बस सार्थियों द्वारा पूरा संचालन व्यवस्थित चल रहा था बस सारथी योजना झालावाड़ में बंद होने से कई मार्गों पर संचालन निरस्त हो रहा हे जिसके कारण आमजन को असुविधा हो रही है यातायात प्रबंधक प्रदीप जी के साथ हुई घटना का सभी बस सार्थियों ने विरोध करते हुए श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय से श्रीमती जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर उक्त घटना की मुख्यालय द्वारा जांच कर बस सारथी योजना पुन:चालू करने की मांग की।