जयपुर/राजस्थान।। राजधानी जयपुर में पिछले करीब सात महीने से जारी मस्जिद रेजीडेंसी में विवाद ने फिर से तूल पकड़ लिया है। पहले करीब साढ़े पांच महीने विरोध के बाद कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने पुरानी विवादित कमेटी को रद्द करवाने के आदेश जारी करवा कर हड़ताल खत्म करवाई थी और ये वादा किया था कि तुरंत स्थानीय लोगों की नई कमेटी का गठन किया जाएगा। जिसके बाद नहीं कमेटी को अभी तक आधारित नहीं किया गया जिसके चलते दोबारा भूख हड़ताल की जा रही है, जिसमें 87 वर्षीय हाजी अब्दुल कयूम साहब 102 घंटे से भूख हड़ताल पर बैठे हैं जिनकी तबीयत बिगड़ गई है।
कयूम जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं लेकिन वक्फ बोर्ड की तरफ से इस मामले पर अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया। वक्फ बोर्ड की ओर से हाईकोर्ट के एक आदेश का हवाला देकर दो कर्मचारियों को नियुक्त कर दिया गया है। वही नाराज़ स्थानीय लोग मोहल्ले के बुजुर्गों के नेतृत्व में मस्जिद बाहर के बाहर भूख हड़ताल की जा रही है।
स्थानीय लोगों लोगों का कहना है कि जब तक नई कमेटी को का गठन नहीं किया जाता तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी चाहे जान भी चली जाए यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा। आपको बता दें कि इस भूख हड़ताल में बड़े बुजुर्गों के साथ-साथ बड़ी तादाद में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।