6 साल की बच्ची ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, मोदी ने सोशल मीडिया पर किया शेयर नई दिल्ली।। प्रधानमंत्री द्वारा उपलब्ध करवाई गई आर्थिक मदद के बाद अपने हार्ट का सफल इलाज करवाने वाली छह साल की वैशाली यादव ने फिर एक बार चिट्टी लिख कर पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया है। वैशाली के हाथ से लिखी इस इमोशनल चिट्ठी को पीएम मोदी की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर किया गया है।
वैशाली यादव ने कुछ दिन पहले भी मोदी को लिखा था पत्र
कुछ दिनों पहले पुणे की छह साल की वैशाली यादव ने प्रधानमंत्री को मदद के लिए चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद PMO की मदद की वजह से उसका इलाज हो सका। इलाज के बाद ठीक हुई वैशाली ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने हाथ से लिखा एक लेटर भेजा है। पेंसिल से लिखे इस लैटर में वैशाली ने प्रधानमंत्री को ‘थैंक यू’ कहा है। लैटर के नीचे वैशाली की तस्वीर भी है। यह लैटर इस लिहाज से भी खास है कि सर्जरी के बाद वैशाली ने पहला चित्र बनाकर पीएम नरेंद्र मोदी को भेजा है। इस लेटर को प्रधानमंत्री ऑफिस ने पीएम मोदी के सोशल प्लेटफार्म फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट किया।
माननीय, मोदी जी को वैशाली का सादर प्रणाम। माननीय पंथप्रधान नरेंद्र मोदी जी। आपने मेरे खत का जवाब के लिए मेरा ऑपरेशन अच्छे अस्पताल में करवाया, अब मैं ठीक हूं। मेरे चाचा, पापा, दादी, भाई भी आपको धन्यवाद करते हैं। सब मुझे आपकी बेटी के रूप में पहचानते हैं। अब मैं रोज स्कूल जाऊंगी। आपकी वैशाली। वैशाली जब छोटी थी तब उसकी मां उसे छोड़ गई। अब वह अपने अपने पिता के साथ रहती है। दो साल पहले वैशाली स्कूल में अचानक बेहोश होकर गिरी इसके बाद उसे डॉक्टर के पास ले गए तब डॉक्टर ने बताया था कि उसके दिल में छेद है ऑपरेशन करना जरुरी है।
वैशाली के पिता और चाचा ने उसके इलाज के लिए कई एनजीओ और राजनीतिक पार्टियों से मदद के लिए गुहार लगाई लेकिन किसी से मदद नहीं मिली। पिता और चाचा की यह सारी मेहनत देख रही वैशाली ने एक दिन टीवी पर मोदी सरकार का ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ विज्ञापन देख पिता से नरेंद्र मोदी से लेटर लिखने को कहा। उसके चाचा ने कहा कि तुम ही अपने शब्दों में अपने हाथों से यह लेटर लिखो।
20 मई को वैशाली ने पीएम मोदी को लेटर लिखा। इसके साथ उसने अपनी स्कूल की आईडी और मोबाइल नंबर भी दिया था। 27 मई को पीएमओ ने यह लेटर देख पुणे के कलेक्टर सौरभ राव को इस बच्ची के इलाज को लेकर आदेश दिया। इसके बाद प्रशासन के अधिकारी वैशाली के घर गए लेकिन उन्हें उसका पता नहीं चला। बाद में उसके स्कूल गए और वहां से उसका पता चला। वैशाली की औंध स्थित जिला सरकारी अस्पताल में जांच कराई गई। इसके बाद उसे 4 जून को रुबी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां उसका ऑपरेशन हुआमंगलवार 7 जून को उसे डिस्जार्च कर दिया गया।
वैशाली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली मदद पर खुशी जताई है। उसने कहा कि मुझ जैसी एक आम बच्ची के लिए प्रधानमंत्री ने मदद दी इससे मुझे काफी खुशी हुई है। मैं पीएम मोदी जैसा बड़ा बनने की सोच रही हूं जिससे देश की सेवा कर सकूं।
