एक स्टूडेंट की सबसे अनमोल वस्तु होती है किताबे उन्ही किताबो के सहारे वो अपने कल का भविष्य लिखता है ! और इन्ही किताबो के सहारे अपने आने वाला समय बदल सकता है! लेकिन किसी बच्ची जो अनाथ हो और जिसके पास पढने के लिए पेसे भी नहीं हो! तो एसे में वो क्या करे !
वारंगल जिले कन्बलापपली हाई स्कूल में पढने वाली एसम देवी जिसके अभी-अभी माँ का देहांत हो गया और पिता बहुत साल पहले ही चल बसे थे ! एसे में देवी अनाथ हो गयी ! जिसके कारण उसने पढ़ाई छोड़ने का मन बना लिया था ! क्योकि अनाथ होने के कारण वो अपनी किताबे का खर्च नहीं उठा पा रही थी!
जैसे ही उसके क्लास के स्टूडेंट्स को ये बात पता चली तो सबने एक सुझाव दिया की सब अपनी-अपनी पॉकेट मनी इकठा करगे ! उसके बाद सब ने मिलकर 700 रुपय इकठे किये जिससे देवी की किताब आ गयी और साथ में एक बैग भी आ गया!
स्टूडेंट्स ने अपने प्रिंसिपल की उपस्थिती में देवी को उसकी किताब और बैग गिफ्ट दिया ! ये सब देखकर स्कूल के अध्यापको ने सभी बच्चो की बहुत प्रशंसा की!
वारंगल जिले कन्बलापपली हाई स्कूल में पढने वाली एसम देवी जिसके अभी-अभी माँ का देहांत हो गया और पिता बहुत साल पहले ही चल बसे थे ! एसे में देवी अनाथ हो गयी ! जिसके कारण उसने पढ़ाई छोड़ने का मन बना लिया था ! क्योकि अनाथ होने के कारण वो अपनी किताबे का खर्च नहीं उठा पा रही थी!
जैसे ही उसके क्लास के स्टूडेंट्स को ये बात पता चली तो सबने एक सुझाव दिया की सब अपनी-अपनी पॉकेट मनी इकठा करगे ! उसके बाद सब ने मिलकर 700 रुपय इकठे किये जिससे देवी की किताब आ गयी और साथ में एक बैग भी आ गया!
स्टूडेंट्स ने अपने प्रिंसिपल की उपस्थिती में देवी को उसकी किताब और बैग गिफ्ट दिया ! ये सब देखकर स्कूल के अध्यापको ने सभी बच्चो की बहुत प्रशंसा की!
