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इस कुंड में डुबकी लगाने मात्र से लौट आती है आंखों की रोशनी

    आज हम आपको आस्था के एस स्थल के बारे में जानकारी देंगे जो आजकल आस्था का केंद्र बना हुआ है। राजस्थान के जोधपुर में मसूरिया के नजदीक लोक देवता बाबा रामदेव के भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। देशभर से आए भक्त मंदिर में स्थित परचा नाडी कुंड में डुबकी लगा रहे हैं।  इस मंदिर के बारे में लोगों की बहुत मान्यताएं हैं। लोगों का कहना है कि यहां स्थिल कुंड में नहाने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं, बूरी आत्माएं और भूत इत्यादि कुंड में डुबकी लगाते ही भाग जाते हैं और अंधे लोगों की आंखे तक मिल जाती हैं । यहां भगवान रामदेव के दर्शन करने लिए उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, दिल्ली, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात और राजस्थान के कोने-कोने से आ रहे भक्त आ रहे हैं।
बूरा साया डुबकी लगाते ही हो जाता है गायब
      कुंड में बुरी आत्माओं के साये वाली महिलाएं अचानक कंपकंपा कर कूद जाती हैं। इसके बाद उनके परिवार वाले पकड़कर कुंड में डुबकी लगवाते हैं। लोगों का मानना है कि कुंड के पानी के छुने मात्र से बूरी आत्माए भाग जाती हैं ।
100 किलोमीटर का सफर पैदल तय करते हैं भक्त
"paarcha naadi kund in rajasthan"यहां आस्था का ज्वर इस कदर उमड़ता है कि बाबा रामदेव के भक्त बाबा के दर्शन करने और कुंड में डुबकी लगाने के लिए करीब 100 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हैं । करीब सौ साल से अधिक पुरानी इस तालाब को लेकर मान्यता है कि यहां डुबकी लगाने से चर्म रोग से भी लोगों को मुक्ति मिल जाती है । यही नहीं लोगों में यह भी मान्यता है कि अंधे को आंख और विकलांगों के पैर तक ठीक हो जाते हैं। यहां कुंड में डुबकी लगाने के बाद लोग बोतल में पानी भरकर घर भी ले जाते हैं ।
सरकार भी कर रही है सेवा
      रामदेव के भक्तों की इस धर्म यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार ने भी कुछ कदम उठाये हैं । शहर में कई जगह मेडिकल कैंप में ऐेसे जातरुओं की निशुल्क सेवा सुश्रुषा हो रही है। रेलवे ने जोधपुर रेलवे स्टेशन पर 3 टिकट काउंटर शुरू किए हैं वहीं रामदेवरा में 24 घंटे चलने 4 बुकिंग विंडो शुरू की हैं। रामदेवरा और पोकरण स्टेशनों पर ऑटोमेटिक टिकटिंग मशीन भी लगाई गई हैं साथ ही रामदेवरा में मेला अवधि के दौरान 23 टॉयलेट शुरू किए हैं और लिए 9 सफाई कर्मचारी तैनात किए गए हैं।