
16 साल पहले अनाथाश्रम से लिया था गोद, बच्ची गोद लेने में मददगार थी पत्नी...
- आरोपी मकसूद अंसारी की नेशनल इनवायरमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट में साइंटिस्ट रह चुका है।
- पहली पत्नी से दो बेटियां हैं और उनकी शादी हो चुकी है। पहली पत्नी ने जब उसके साथ रहना छोड़ दिया तो उसने दूसरी शादी कर ली।
- इस बीच आरोपी ने पत्नी की मदद से ही करीब 16 साल पहले अमरावती के अनाथाश्रम से एक बच्ची को गोद लिया था।
- इस बीच तीनों विक्टिम्स को बुधवार की दोपहर अदालत में पेश कर अजनी चौक के घर से महिला सुधारगृह भेज दिया गया है।
- सबसे बड़ी लड़की के एक सहेली के जरिए एक एनजीओ से कॉंटेक्ट करने के बाद डीसीपी दीपाली मासिरकर ने वर्धा रोड के अजनी स्क्वायर पर स्थित आवास से नाबालिग लड़कियों को बचाया।
पत्नी और अनाथाश्रम भी शक के घेरे में
- मामले में अनाथाश्रम और गोद लेने में मदद करने वाली साइंटिस्ट की पत्नी भी शक के घेरे में आ गई है।
- सूत्रों ने बताया कि बड़ी बेटी को तो अनाथाश्रम से गोद लिया गया था, लेकिन 11 और 6 साल की दूसरी दो मासूमों को किसी और की मदद से गोद लिया गया था।
- उनका अनाथाश्रम से कोई लेना-देना नहीं है। शक यह भी है कि कहीं बच्चियों को किसी और मकसद से तो नहीं खरीदा था।
- अारोपी के खिलाफ पुलिस ने पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही मामले की जांच अभी जारी है।
- आरोपी मकसूद अंसारी की नेशनल इनवायरमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट में साइंटिस्ट रह चुका है।
- पहली पत्नी से दो बेटियां हैं और उनकी शादी हो चुकी है। पहली पत्नी ने जब उसके साथ रहना छोड़ दिया तो उसने दूसरी शादी कर ली।
- इस बीच आरोपी ने पत्नी की मदद से ही करीब 16 साल पहले अमरावती के अनाथाश्रम से एक बच्ची को गोद लिया था।
- इस बीच तीनों विक्टिम्स को बुधवार की दोपहर अदालत में पेश कर अजनी चौक के घर से महिला सुधारगृह भेज दिया गया है।
- सबसे बड़ी लड़की के एक सहेली के जरिए एक एनजीओ से कॉंटेक्ट करने के बाद डीसीपी दीपाली मासिरकर ने वर्धा रोड के अजनी स्क्वायर पर स्थित आवास से नाबालिग लड़कियों को बचाया।
पत्नी और अनाथाश्रम भी शक के घेरे में
- मामले में अनाथाश्रम और गोद लेने में मदद करने वाली साइंटिस्ट की पत्नी भी शक के घेरे में आ गई है।
- सूत्रों ने बताया कि बड़ी बेटी को तो अनाथाश्रम से गोद लिया गया था, लेकिन 11 और 6 साल की दूसरी दो मासूमों को किसी और की मदद से गोद लिया गया था।
- उनका अनाथाश्रम से कोई लेना-देना नहीं है। शक यह भी है कि कहीं बच्चियों को किसी और मकसद से तो नहीं खरीदा था।
- अारोपी के खिलाफ पुलिस ने पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही मामले की जांच अभी जारी है।