आपको जानकर हैरानी कि हमारे देश में प्रत्येक चार में से तीन व्यक्तियों की कमाई इतनी कम है कि वो सब्जी और फल भी नहीं खरीद सकते हैं। देश की आबादी का जो तबका फल-सब्जियां खरीदकर खा रहे हैं, उन्हें कमोबेश उच्च आयवर्ग का माना गया है।ब्रिटिश मेडिकल जर्नल लैंसेट में प्रकाशित रिपोर्ट में अनुसार भारत अभी भी ऐसे लोगों की संख्या काफी ज्यादा है, जो अपने रोज के भोजन में सब्जियों तथा फल का उपयोग नहीं कर पाते हैं। लैंसेट ने यह रिपोर्ट पूरी दुनिया में कराई गई एक रिसर्च के बाद जारी है। इस रिसर्च में देश की सकल प्रतिव्यक्ति आय के आधार पर उनके जीवन स्तर को मापा गया है।
रिपोर्ट का लब्बोलुआब यह है कि भारत में उत्पादित कुल फल तथा सब्जियां उन सभी लोगों तक नहीं पहुंच पाती हैं, जिन्हें इसकी जरूरत होती है। इसके पीछे प्रमुख और सबसे बड़ी वजह है महंगाई, जिसकी वजह से जरूरतमंद लोग इसे खरीद नहीं पाते हैं।
भारत सहित निम्न आय वाले देशों में केवल 27 फीसदी आबादी ही अपने रोज़ के खानपान में एक या एक से ज्यादा फल का उपभोग करते हैं। इस रिसर्च को दुनिया के 18 देशों में एक जनवरी 2003 से 31 दिसंबर 2013 तक आयोजित किया गया था।
जिन देशों में यह रिसर्च आयोजित की गई थी, उन्हें चार समूहों में श्रेणीबद्ध किया गया था:-
निम्न आय वाले देश : बांग्लादेश, भारत, पाकिस्तान, जिम्बाब्वे।
निम्न-मध्य आय वाले देश : चीन, कोलंबिया, इरान, फिलीस्तीन अधिकृत क्षेत्र।
मध्य-उच्च आय वाले देश : अर्जेंटीना, ब्राजील, चिली, मलेशिया, पोलैंड, तुर्की, दक्षिण अफ्रीका।
उच्च आय वाले देश : कनाडा, स्वीडन, यूनाइटेड अरब अमीरात।
