लुवास के रिसर्च डायरेक्टर रवींद्र शर्मा ने बताया कि लुवास की पॉलीमर चेंज रिएक्शन (पीसीआर) टेक्नोलॉजी से ये टैस्ट किए गए हैं। हरियाणा सरकार ने इस प्रयोगशाला को क्वालिटी टेस्टिंग के लिए स्वीकृत किया हुआ है। हरियाणा प्रदेश में लुवास ही एकमात्र संस्थान है, जहां ऐसी जांच की सुविधा है। इससे पहले हरियाणा गोसेवा आयोग के अध्यंक्ष भानीराम मंगला को शिकायत मिली थी कि मेवात में बिकने वाली बिरयानी में गोमांस मिलाया जा रहा है। जिसके बाद ही सैंपल लेकर इस प्रकार के आदेश दिए गए थे। गत मंगलवार को ही मंगला की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में बिरयानी के सैंपल लेकर जांच कराने का फैसला लिया गया था। ये भी बता दें कि गोसंरक्षण के नए कानून के तहत गोमांस बेचने, खाने और रखने पर तीन से सात साल तक की सजा हो सकती है।
मेवात : बिरयानी के सात सैंपलों में से पांच में पाया गया गोमांस
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