हम इसे इस तरह समझ सकते हैं कि मुझे आप को किसी भी प्रकार की देनदारी के लिए सौ रुपए देने हैं। मैं आप को ये सौ रुपए अदा करने के लिए चैक दे देता हूँ। आप इस चैक पर पड़ी तारीख से छह माह में या चैक के वैध रहने की तारीख तक जो भी पहले हो इस चैक को बैंक में अपने खाते में जमा करते हैं और बैंक उस चैक को यह कहते हुए लौटा देता हैं कि मेरे खाते में राशि पर्याप्त नहीं है या फिर मैं ने वह खाता बन्द कर दिया है तो यह कहा जाएगा कि चैक बाउंस हो गया है। अब आप को उक्त चैक के बाउंस होने की सूचना बैंक से मिलने की तारीख से तीस दिनों के भीतर मुझे एक माह के भीतर लिखित में यह नोटिस देना है कि मेरा चैक बैंक ने भुगतान किए बिना वापस लौटा दिया है, और मैं तुरन्त इस राशि का भुगतान आप को कर दूँ। यह नोटिस मिलने के पन्द्रह दिनों में मैं आप को आप की राशि रुपए सौ का भुगतान नहीं करता हूँ तो आप मुझे नोटिस मिलने की तारीख से एक माह के भीतर सीधे न्यायालय में शिकायत पेश कर सकते हैं। आप की इस शिकायत पर अदालत मेरे विरुद्ध मुकदमा चलयेगी। यदि यह साबित हो गया कि मेरा चैक बाउंस हो गया था और आप ने चैक बाउंस होने की सूचना मिलने के तीस दिनों में मुझे नोटिस दिया था, इस नोटिस मिलने की तारीख से पन्द्रह दिनों में मैं ने आप की राशि का भुगतान आप को नहीं किया तो अदालत मुझे दो साल तक की कैद की या चैक की राशि से दुगनी राशि तक के जुर्माने की या दोनों सजाऐं एक साथ सुना सकती है। यहां यह भी उपधारणा है कि यदि मैं ने जो चैक आप को दिया था वह किसी देनदारी के भुगतान के लिए ही था। अगर वह मैं ने देनदारी के भुगतान के लिए नहीं बल्कि आप की मदद के लिए या आप को उधार दिया था तो यह भी मुझे ही साबित करना होगा, आप यानी शिकायतकर्ता को नहीं। जाने... क्या है चैक बाउंस का मामला?
11:23 AM
हम इसे इस तरह समझ सकते हैं कि मुझे आप को किसी भी प्रकार की देनदारी के लिए सौ रुपए देने हैं। मैं आप को ये सौ रुपए अदा करने के लिए चैक दे देता हूँ। आप इस चैक पर पड़ी तारीख से छह माह में या चैक के वैध रहने की तारीख तक जो भी पहले हो इस चैक को बैंक में अपने खाते में जमा करते हैं और बैंक उस चैक को यह कहते हुए लौटा देता हैं कि मेरे खाते में राशि पर्याप्त नहीं है या फिर मैं ने वह खाता बन्द कर दिया है तो यह कहा जाएगा कि चैक बाउंस हो गया है। अब आप को उक्त चैक के बाउंस होने की सूचना बैंक से मिलने की तारीख से तीस दिनों के भीतर मुझे एक माह के भीतर लिखित में यह नोटिस देना है कि मेरा चैक बैंक ने भुगतान किए बिना वापस लौटा दिया है, और मैं तुरन्त इस राशि का भुगतान आप को कर दूँ। यह नोटिस मिलने के पन्द्रह दिनों में मैं आप को आप की राशि रुपए सौ का भुगतान नहीं करता हूँ तो आप मुझे नोटिस मिलने की तारीख से एक माह के भीतर सीधे न्यायालय में शिकायत पेश कर सकते हैं। आप की इस शिकायत पर अदालत मेरे विरुद्ध मुकदमा चलयेगी। यदि यह साबित हो गया कि मेरा चैक बाउंस हो गया था और आप ने चैक बाउंस होने की सूचना मिलने के तीस दिनों में मुझे नोटिस दिया था, इस नोटिस मिलने की तारीख से पन्द्रह दिनों में मैं ने आप की राशि का भुगतान आप को नहीं किया तो अदालत मुझे दो साल तक की कैद की या चैक की राशि से दुगनी राशि तक के जुर्माने की या दोनों सजाऐं एक साथ सुना सकती है। यहां यह भी उपधारणा है कि यदि मैं ने जो चैक आप को दिया था वह किसी देनदारी के भुगतान के लिए ही था। अगर वह मैं ने देनदारी के भुगतान के लिए नहीं बल्कि आप की मदद के लिए या आप को उधार दिया था तो यह भी मुझे ही साबित करना होगा, आप यानी शिकायतकर्ता को नहीं। 