500 और 1000 के नोट बंदी पर केंद्रीय ख़ुफ़िया एजेंसियों ने केंद्र
सरकार को आगाह किया है कि 48 घंटे में करेंसी सप्लाई के हालात नहीं सुधरे
तो ये स्थिति कानून व्यवस्था के लिए बड़ा खतरा बन सकता है. राज्यों ने भी
केंद्र सरकार को भेजी अपनी रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि अगर एक दो दिन में
हालात नहीं सुधरे तो बैंक और एटीएम के बहार स्थिति को संभालना मुश्किल हो
सकता है.ख़ुफ़िया रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कुछ स्वार्थी असामाजिक तत्व सक्रिय हो गए हैं, जिनका सरकार के फैसले से नुकसान हुआ है, वो जनता को उकसाने में लगे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक बिहार, यूपी, पंजाब, मध्यप्रदेश , झारखण्ड और पश्चिम बंगाल में सक्रिय कुछ राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता भी मौके को भुनाने में लगे हुए हैं.
ख़ुफ़िया रिपोर्ट में नक्सली इलाकों और जम्मू कश्मीर में बैंक और एटीएम से कैश लूटे जाने की आशंका जताते हुए पुख्ता सुरक्षा देने की बात कही गई है. राज्यों की माँग है कि आपात सेवाओं और शादी, इलाज, बुजुर्गों के लिए तत्काल विशेष इंतजाम किए जाएं.
खुफिया रिपोर्ट के बाद सरकार और गृह मंत्रालय हरकत में है. आला अधिकारियों की टीम ने राज्य पुलिस प्रमुखों से फोन पर बात कर हालात की समीक्षा की. वित्त मंत्रालय और बैंकों को भी खतरे की रिपोर्ट भेजी गई.
