जिसका डर था वही हुआ अब बीजेपी का जितना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है
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जिसका डर था वही हुआ अब बीजेपी का जितना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है

वसुंधरा की बढ़ती मुश्किलें- राजपूत सभा ने किया मानवेंद्र के समर्थन का ऐलान
      राजस्थान विधानसभा चुनावों में मतदान के लिए अब बस कुछ दिन का समय ही शेष है। प्रत्याशी एक दूसरे को मात देने के लिए कोई भी मौका नहीं चूक रहे है। राज्य में मौजूदा सीएम वसुंधरा राजे के सामने मैदान में उतरे कांग्रेस के मानवेन्द्र सिंह को अब राजपूत समाज ने समर्थन देने का एेलान कर दिया है। राजपूत सभा के प्रदेशाध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने प्रेसवार्ता करके ये जानकारी दी। मानवेन्द्र को राजपूत समाज के समर्थन देने से वसुंधरा राजे की मुश्किलें बढ़ सकती है, इसके पहले करणी सेना भी समर्थन का ऐलान कर चुकी है।
     राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर झालावाड़ जिले के पिड़ावा कस्बे में राजपूत सभा के प्रदेशाध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने प्रेसवार्ता जरिये मानवेन्द्र सिंह को समर्थन देने की घोषणा की। गिरिराज सिंह ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने समाज की उपेक्षा की है। उन्होंने फिल्म पद्मावत प्रकरण, आनंदपाल एनकाउंटर और सामरथ कांड जैसे मुद्दे उठाकर सरकार की आलोचना की और राजपूत समाज के शोषण का आरोप भी लगाया। उन्होंने राजपूत सभा सामाजिक संस्था पर सरकार द्वारा सर्विस टैक्स के छापे डलवाने का भी आरोप लगाया। गिरिराज सिंह ने छापे के दौरान 3.30 करोड़ के चार्ज लगाए जाने का आरोप भी सरकार पर मढ़ा।
     गौरतलब है कि करणी सेना के समर्थन देने के बाद अब राजपूत सभा ने भी मानवेन्द्र सिंह को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। जिस कारण वसुंधरा राजे की मुश्किलें बढ़ सकती है। मानवेन्द्र सिंह कांग्रेस पार्टी की तरफ से वसुंधरा राजे के खिलाफ उम्मीदवार है। मानवेन्द्र की राजपूत समाज में अच्छी पकड़ मानी जाती है।
     राजस्थान में राजपूतों को बीजेपी का परंपरागत वोटर माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों के दौरान हुए कई प्रकरणों का हवाला देकर राजपूत संगठनों ने बीजेपी और मुख्य रूप से सीएम वसुंधरा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। राजपूत समाज से पहले करणी सेना ने भी मानवेन्द्र को समर्थन देने की बात कही थी। जाहिर है चुनावी मौसम में अपने परंपरागत वोटर का हाथ से छिटकना बीजेपी को भारी पड़ सकता है।

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