प्रयागराज।। जनपद के घूरपुर थानांतर्गत कंजासा गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी । यहाँ एक बालू मजदूर ने नींबू के शर्बत में केमिकल मिलाकर अपनी दो बेटियों को पिला दिया। इसके बाद उसने खुद भी उसी शर्बत को पी लिया। तीनों की हालत गंभीर होने पर उसकी पत्नी आदि घरवालों को इसकी जानकारी हो सकी। आनन-फानन में सभी को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। खबर पाकर एसपी यमुनापार दीपेंद्र चौधरी समेत अन्य अधिकारी पहुंच गए। पुलिस ने पॉलीथिन में रखे कीटनाशक पदार्थ को कब्जे में ले लिया। केन, गिलास को भी जांच के लिए फोरेंसिक टीम ने कब्जे में लिया है। पूछताछ में साफ हुआ है कि शोभनाथ घरेलू कलह से आजिज था। पत्नी की ससुराल वालों ने नहीं पट रही थी। आर्थिक तंगी की वजह से शोभनाथ का पत्नी से रोज झगड़ा होता था। वह शराब का आदी हो गया था।
बता दें कि कंजासा निवासी सोमनाथ निषाद (45) पुत्र राममूरत निषाद चार भाइयों में बड़ा था। भाइयों में बंटवारा हो चुका है। शोभनाथ पत्नी सावित्री देवी, दो बेटियों तनिष्का (16) व साक्षी (8) और एक बेटे शेषनाथ (3) के साथ रहता था। बताया जा रहा है कि घरेलू कलह उसके घर में बना रहता था। जिसके चलते वह मानसिक रूप से बहुत परेशान था । सोमवार की दोपहर लगभग सवा एक बजे उसने बेटी साक्षी से नींबू मंगाया। फिर केन में चीनी घोल शर्बत बनाया। शोभनाथ दो पॉलीथिन में सफेद पाउडर (केमिकल या कीटनाशक) रखे था। शर्बत में उसने पाउडर मिला दिया। बेटी कनिष्का और साक्षी को एक एक गिलास शर्बत दिया। फिर एक गिलास खुद पी लिया।
कुछ देर बाद तीनों की हालत बिगड़ने लगीं। उन्हें उल्टियां शुरू हो गईं। पत्नी की नींद खुली तो बाहर का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। वह चीखी तो अगल-बगल रहने वाले घर परिवार के लोग आ गए। तीनों को सीएचसी जसरा ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिवार के साथ पूरे गांव में मातम छाया है।
उल्लेखनीय है कि दो बेटियों को जहरीला शरबत पिलाकर मारने के बाद खुद आत्महत्या करने वाले सोमनाथ की पत्नी सावित्री देवी ने अपने देवरों पर संगीन आरोप लगाए हैं। सावित्री का आरोप है कि वह जिस घर में पति एवं बच्चों के साथ रहती है, उसे उसके देवर लोग खाली कराना चाहते हैं। इसी को लेकर आए दिन देवर उससे और उसके पति से झगड़ा करते थे, इसकी वजह से सोमनाथ बहुत परेशान था। सावित्री देवी का आरोप है कि उसी परेशानी से तंग आकर सोमनाथ ने दो बेटियों को मारने के बाद खुद आत्महत्या कर ली।