Latest News Today: Breaking Digital News in Hindi and English News Today: Your Daily Source for Time-Sensitive Updates Real-Time News Today: Hindi and English Updates at Your Fingertips जब शाहीन बाग़ वाले सरकार के कहने पर नहीं माने तो कोरोना वाइरस ने अपना कमाल दिखाया
Headline News
Loading...

Ads Area

जब शाहीन बाग़ वाले सरकार के कहने पर नहीं माने तो कोरोना वाइरस ने अपना कमाल दिखाया

    दिल्ली के शाहीन बाग़ में चल रहे धरने के सौ दिन अभी हुए ही थे की कुदरत के कहर ने आज उसे उजाड़ दिया। जी हां आप सभी जानते है की कोरोना नामक खतरनाक वाइरस पुरे विश्व में तेज़ी से फ़ैल चूका है और कई मासूम ज़िन्दगियों को अपना निवाला भी बना रहा है जहा चीन और इटली में हज़ारो की तादात लोगो के इस वाइरस के चपेट में आने से दर्दनाक मौत की खबर है। वही इस घातक बिमारी से बचने के लिए बेवजह और बेमियाद चलने वाले शाहीनबाग जैसे आंदोलन को सरकार द्वारा जनहित में रोक दिया गया है। 
   सूत्रों से ज्ञात हुआ है की प्रशासन ने मौके से सारा टेंट आदि ट्रको में लाद दिया गया, वही बड़ी बड़ी मशीने ला कर सडक को बंद करने के लिए लगे सामान को भी मौके से हटा दिया गया है। वही अपने निजी हित में सरकार के विरुद्ध राजनैतिक द्वेष रखने वालो को भी कोरोना वाइरस ने नहीं छोड़ा है, शाहीनबाग के प्रदर्शन में मौजूद कुछ लोगो के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने की भी खबर है। 
    साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी ने बताया कि लोगो में कोरोना वाइरस ना फैले इसलिए शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन वाली जगह से लोगों को हटा दिया गया है। आने-जाने के लिए रास्ते को भी खाली करा दिया गया है। उन्होंने कहा, 'इस कार्रवाई के लिए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स बुलाई गई थी। हमने प्रदर्शन कर रहे लोगों से अपील की थी कि कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन की वजह से यहां से हट जाएं। लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हटा दिया है। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है।
   शाहीन बाग को खाली कराने के बाद नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ चल रहे जाफराबाद और तुर्कमान गेट पर विरोध प्रदर्शन को भी पुलिस ने कोरोना वायरस के चलते बंद करा दिया गया. यहां पर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया.
   हालांकि इसमें आन्दोलनकारियों कि बचकानी जिद भी लोगो  कोरोना वाइरस फैलने का जिम्मेदार है, पूर्व में जिस दिन गृह मंत्री ने संसद में कहा या फिर जिस दिन से कोरोना का खतरा आया था उसी दिन सम्मान के साथ धरने को स्थगित किया जा सकता था , पुलिसिया जोर से उठना शर्मनाक ढाक के तीन पात साबित हुई है। 













Post a Comment

0 Comments