
सूत्रों से ज्ञात हुआ है की प्रशासन ने मौके से सारा टेंट आदि ट्रको में लाद दिया गया, वही बड़ी बड़ी मशीने ला कर सडक को बंद करने के लिए लगे सामान को भी मौके से हटा दिया गया है। वही अपने निजी हित में सरकार के विरुद्ध राजनैतिक द्वेष रखने वालो को भी कोरोना वाइरस ने नहीं छोड़ा है, शाहीनबाग के प्रदर्शन में मौजूद कुछ लोगो के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने की भी खबर है।
साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी ने बताया कि लोगो में कोरोना वाइरस ना फैले इसलिए शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन वाली जगह से लोगों को हटा दिया गया है। आने-जाने के लिए रास्ते को भी खाली करा दिया गया है। उन्होंने कहा, 'इस कार्रवाई के लिए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स बुलाई गई थी। हमने प्रदर्शन कर रहे लोगों से अपील की थी कि कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन की वजह से यहां से हट जाएं। लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हटा दिया है। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है।

हालांकि इसमें आन्दोलनकारियों कि बचकानी जिद भी लोगो कोरोना वाइरस फैलने का जिम्मेदार है, पूर्व में जिस दिन गृह मंत्री ने संसद में कहा या फिर जिस दिन से कोरोना का खतरा आया था उसी दिन सम्मान के साथ धरने को स्थगित किया जा सकता था , पुलिसिया जोर से उठना शर्मनाक ढाक के तीन पात साबित हुई है।