अभी तक किसी तरह की पुख्ता सुरक्षा परिवार को नहीं मिली है
दहशत के साये में कन्हैयालाल का परिवार, आप नेता को बताई पीडा
उदयपुर/राजस्थान।। विगत 28 जून को तालीबानी हत्याकांड की भेट चढे कन्हैयालाल का परिवार मौत के चार दिन बाद भी अपने आप को सुरक्षित महसूस नही कर रहा है। परिवार के सदस्यों का कहना है कि घटना के बाद से आश्वासन और मुआवजा तो मिल गया है। लेकिन अभी तक किसी तरह की पुख्ता सुरक्षा परिवार को नहीं मिली है।
परिवार में एक ही व्यक्ति कमाता था
परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्हें स्थायी तौर पर सुरक्षा मुहैया करायी जाये। परिवार में एक ही व्यक्ति कमाता था। ऐसे में उसी दुकान से उनका घर चल सकता है। इसलिए परिवार को दुकान पर काम करते वक्त भी सुरक्षा दी जाये। ये पीडा परिवार वालों ने आम आदमी पार्टी के नेता और प्रदेश प्रवक्ता मंयक त्यागी को बतायी। त्यागी केंद्र का प्रतिनिधित्व के तौर पर कन्हैयालाल के परिवार से मिले।
अभी तक प्रशासन ने सुध नही ली
दरअसल कन्हैयालाल की हत्या के बाद आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता परिवार को सात्वनां देने उनके घर पहुंचे। परिवार की पीडा सुनने के बाद पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मयंक त्यागी ने परिवार वालों से कहां कि आपकी पीडा को राजस्थान सरकार तक पहुँचाया जायेगा और परिवार को उचित सुरक्षा प्रदान करायी जायेगी। परिवार ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि अभी तक प्रशासन ने उनकी सुध नही ली है।
इस पर त्यागी ने कहा कि आम आपदी पार्टी आम जन की पार्टी है और प्रदेश में आम जनता को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए पार्टी उन लोगों के साथ खडी है। साथ ही त्यागी ने कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनो ही पार्टी अपनी राजनैतिक रोटिया सेक रही है। जिसका खामियाजा आम आदमी को भुगतना पड रहा है। साथ ही प्रशासन पर आरोप लगाया कि मृतक के परिवार से ज्यादा सुरक्षा हत्यारों के परिवार वालों को दे रखी है।
मृतक के परिवार को सांत्वना देने के दौरान प्रदेश प्रवक्ता त्यागी के साथ उदयपुर के संभाग प्रभारी तनवीर सिंह कृष्णावत, कोर्डिनेटर सुमित विजय के अलावा पार्टी के रोहित मीणा, निर्भय सिंह, विवेक अग्रवाल, नरेन्द्र सुधार, राजेश चौहान और हेमराज मीणा भी मौजूद रहे।
जब जिहादी आतंकवादियों के परिवार को सुरक्षा दे दी तो कन्हैया के परिवार वालों को क्यों नहीं दी?
आपको बतादे की हाल ही में कन्हैयालाल साहू नामक एक व्यक्ति की राजस्थान के उदयपुर में दो मुस्लिम जिहादी आतंकवादियों द्वारा बर्बर और नृशंस तरीके से गर्दन काट कर सरेआम हत्या कर दी गई थी जिससे पुरे देश में जनता द्वारा भारी आक्रोश व्यक्त किया गया है। कई आक्रोशित लोगो का कहना है कि जब गहलोत की कांग्रेस सरकार ने भीलवाड़ा में रहने वाले हत्यारे आतंकवादियों के परिजनों को इस जघन्य घटना के बाद भी बिनबोले ही सुरक्षा मुहैया करवा दी गई तो कन्हैयालाल ने अपनी हत्या होने से पहले कई बार पुलिस प्रशासन और सरकार को सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए बोला तो उसे क्यों नहीं सुरक्षा दी गई। इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि कांग्रेस सरकार का झुकाव पूरी तरह से मुस्लिम आतंकवादियों को सुरक्षा प्रदान करना है भले ही इससे बेगुनाह हिन्दू सरेआम मारे क्यों ना जाए। वही गहलोत सरकार मृत के परिजनों को सिर्फ 51 लाख रूपये का चैक देकर खुद को हिन्दू हितेषी साबित करने में लगी हुई है।