पत्रकार की रिपोर्ट पर आख़िरकार राजस्थान और मध्य प्रदेश मे हुआ मामला दर्ज
बांसवाडा और झाबुआ दोनो पुलिस ने दिया सहयोग का आश्वासन
पत्रकारिता ही जान का ख़तरा बन गई
बांसवाड़ा/झाबुआ/राज/एमपी।। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ तहसील के एक छोटे से गांव मोहकमपूरा में रहने वाले एक पत्रकार जगदीश चावड़ा को मीडिया में सच के लिए कलम चलाने का खामियाज़ा भुगतना पड़ रहा है। जगदीश ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके साथ दिनांक 27 जून 2022 को जब वह अपने किसी आवश्यक कार्य से थांदला, मध्य प्रदेश गए हुए थे तो उस दौरान उनके साथ जानलेवा घटनाक्रम घटित हुआ।
पत्रकार को बन्दुक दिखाते हुए बोले आज तेरा है आखरी दिन
जगदीश ने जानकारी देते हुए बताया कि जब वह मध्य प्रदेश के थांदला से फ्लैक्स स्टैंड और स्टार्टर का सामान लेकर पुनः जब वह अपनी टीवीएस एक्सल बाइक से घर आ रहे थे, इसी दौरान खजूरी पुल कुशलगढ बेडावा मार्ग पर बीचो-बीच पीछे से रैकी कर आ रहे बिना नंबर की ब्लैक कलर की पल्सर बाइक पर तीन नकाबपोश बदमाशो ने उन्हें रोका तथा वह बोले की तुने कुशलगढ मे संघ और पत्रकारिता का खूब काम कर लिया है, आज तेरे जीवन का अंतिम दिन है, बस आगे आजा। जगदीश को बीच मै बैठे एक अज्ञात ने अपने हाथ मे पिस्टल भी दिखाई।
हमलावरों ने रैकी कर पीछा किया
दूसरी ओर घातक स्थिति को भांपकर चावड़ा वापस मुडे तथा फ्लेक्स स्टैंड, ईंट भट्टो के पास गेराज पर रखा तथा खवासा रोड से निकलने का प्रयास किया, लेकिन वहा भी उक्त बदमाशो ने उनकी जान लेने की नियत से उनका पीछा किया। असुरक्षा को देखते हुए जगदीश वापस मुडे ओर अवी बाईक शोरूम पर रूके वहां भी उन अज्ञात हमलावरों ने उनकी रैकी कर पीछा किया।
थानाधिकारी को फोन पर दी सूचना
वही जगदीश ने अपनी सूझ बुझ का परिचय देते हुए उक्त घटना की जानकारी सोशल मीडिया में इसका स्टेटस लगाते हुए अन्य परिचितों को दी गई। साथ ही जगदीश ने तुरंत प्रभाव से पाटन थानाधिकारी को फोन से सूचना दी ओर परिजनो को इस अनहोनी से अवगत कराया। इस पर परिजन फोर विलर लेकर मौके पर आए ओर उन्हें सुरक्षित घर लाए।
15 सालो से कर रहे है पत्रकारिता
आपको बतादे कि जगदीश विगत 15 सालो से पत्रकारिता क्षेत्र मे है। वह अक्सर जनहित की खबरे लिखते रहते है। इससे पहले भी उनके साथ कई घटनाक्रम हुए है, लेकिन कभी उन्होंने इसके प्रति गंभीरता नहीं दिखाई। लेकिन कल की घटना ने उन्हें अंदर ही अंदर डर बैठा दिया। वही उनके परिजन खासे परेशान परेशान नज़र आए।
जगदीश ने बताया कि उन्होंने घटना की जानकारी तुरंत प्रभाव से पाटन थानाधिकारी को दूरभाष जरिए अवगत करवाई है।साथ ही उन्होंने इसकी लिखित तहरीर भी सम्बंधित थाने भेजी है। वही पाटन थाने द्वारा घटना को मध्य प्रदेश का बताकर वहा रिपोर्ट देने का बोला गया था।
पत्रकार की रिपोर्ट पर आख़िरकार राजस्थान और मध्य प्रदेश मे हुआ मामला दर्ज
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में विगत 15 वर्षो से पत्रकारिता से जुडे कुशलगढ विधानसभा के एक पत्रकार मोहकमपुरा गांव निवासी जगदीश पिता जगमालसिंह चावडा की रिपोर्ट पर राजस्थान और एमपी दोनो राज्यो की पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित पत्रकार द्वारा दिए गये परिवाद के आधार पर अज्ञात तीन बदमाशो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
क्या था मामला
गत 27 जून को आवश्यक घरेलू कार्य से समीपवर्ती थांदला एमपी मे जाने और वापस लौटने के दौरान कुशलगढ बेडावा रोड खजूरी पुल पर बीच रास्ते में पीछे से ब्लैक कलर की बिना नंबर की पल्सर बाइक पर पीछे से रैकी कर आ रहे तीन अज्ञात नकाबपोश बदमाशो ने रास्ता रोक कर उक्त अज्ञात नक़ाबपोश बदमाशों ने पीड़ित से कहा कि कुशलगढ मे बहुत पत्रकारिता कर लेने के अलावा, संघ कार्य बहुत कर कर लिया है बस आज तेरा अंतिम दिन है। तू बस पुल पार करके आगे आजा और बीच मे बैठे अज्ञात ने पिस्टल दिखा कर उडा देने की धमकी दी।
चावड़ा ने बताया कि जब वह वापस मुडकर खवासा रोड जाने के दौरान भी आरोपियो ने उनका पीछा किया जिस पर स्थिति को भांपकर चावडा ने सोशल मिडिया पर जान को खतरा होने के साथ परिजनो को सूचना दी थी।वही अचानक हुए घटनाक्रम से पत्रकार इतना भयभीत हो गया कि पांच दिन बाद बांसवाडा जिला पाटन थाना पुलिस को लिखित रिपोर्ट दर्ज करवाई। वही पुलिस ने एमपी के थांदला मे रिपोर्ट देने की बात पर थांदला, एमपी जाकर भी परिवाद देकर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया।
जगदीश चावडा ने बताया कि उनकी दिनचर्या की विगत बीस दिन करीब से रैकी की जा रही थी। वह कृषि कार्य के साथ विगत 15 वर्षो से पत्रकारिता क्षेत्र से कुशलगढ विधानसभा मे जूडे है तथा जनहित के मुद्दे और क्षेत्र की समस्याएं उठाते आए है। उनके द्वारा अब तक के कार्यकाल मे कई दैनिक समाचार पत्रों के अलावा विभिन्न प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मिडिया मे वह कार्य कर चुके है।
चावडा ने बताया कि दोनो जिलो की थाना पुलिस ने परिवाद रिपोर्ट को गंभीरता से लेकर पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है। इस दौरान चावडा के पिता जगमालसिंह चावडा सहित गांव के ही वरिष्ठ पत्रकार डीके सोनी भी मौजूद रहे। आपको बता दे कि इससे पूर्व भी उक्त पत्रकार के साथ मारपीट और हमले की घटनाए हो चुकी है। दोनो थाना पुलिस को दी रिपोर्ट मे चावडा ने स्वयं के साथ परिवार को भी खतरा होने का अंदेशा भी जताया है।