वर्तमान समय मे सुधीर चौधरी सबसे चर्चित न्यूज़ एंकर हैं। कई संपादक एक चैनल छोड़कर दूसरे मे जाते हैं पर इतनी चर्चा नहीं होती कारण सुधीर चौधरी और ZEE न्यूज़ का DNA एक दूसरे का पर्याय बन गए थे। ये एक ऐसा फॅमिली शो था जिसे पूरा परिवार साथ बैठकर देखता था। जी न्यूज़ और एक बहुत बड़ा दर्शकों का वर्ग डीएनए के माध्यम से जुड़े थे। सुधीर चौधरी के बारे मे क्योरा पर भी प्रश्न आए जैसे उन्हें जी न्यूज़ ने क्यों निकाला जबकि हकीकत में उन्होंने स्वयम इस्तीफा दिया था।
सुभाष चंद्रा के द्वारा constitutional club में दिया गया विदाई सामारोह।
सुधीर चौधरी के बारे मे ये भी कयास लगाया गया कि वो अडानी के नए न्यूज़ चैनल से जुड़ेंगे पर उनका आजतक से सलाहकार संपादक consulting Editor के रूप मे जुड़ना एक चौकाने वाला फैसला था क्यूँकि जी न्यूज़ और आजतक दो विपरीत धुरी हैं।
आजतक ने सुधीर चौधरी का और सुधीर चौधरी ने आजतक का दामन थामा है, अपनी बेहतरी के लिए क्यूँकि आजतक की रेटिंग रसातल मे गहरी चली गई है कभी सबसे तेज और No. 1 का दम भरने वाले गर्त मे समा गए हैं। टीवी 9 भारतवर्ष ने आजतक को पीछे छोड़ दिया है। आजतक का इतिहास रहा है कि जब भी आजतक नीचे जाती है। वो ZEE टीवी को टारगेट करती है, जैसे हुतात्मा रोहित सरदाना जी को भी जी न्यूज़ से आजतक मे लेकर आयी थी जिस शो का नाम था ताल ठोक के।
आजतक की प्राइम टाइम TRP रेटिंग बहुत नीचे चली गई रजत शर्मा का भी करिश्मा कम हो रहा है। इंडिया टुडे ने सुधीर चौधरी को एक बड़ा पैकेज ऑफर किया है, जिसमें अधिक पैसे के साथ पूरी स्वतन्त्रता होगी, उनकी अपनी पूरी एडिटोरियल टीम होगी, जिसमें वो पूरी स्वतन्त्रता के साथ ख़बरों का विश्लेषण डीएनए की तर्ज पर करेंगे। एक पत्रकार के अनुभव के साथ उसके सोर्स और दर्शक भी शिफ्ट कर जाते हैं। सुधीर चौधरी का सोशल मीडिया presence और persona गज़ब का है। उनके 70 लाख फोलोवर ट्वीटर पर, 27 लाख facebook फालोवर, और 7 लाख इंस्टाग्राम फालोवर हैं।
ये माना जा रहा है कि सुधीर चौधरी के ये फालोवर आजतक के साथ जुड़कर फिर से आजतक को No. 1 बना देंगे। सुधीर चौधरी पर आजतक ने बहुत बड़ा पैसा खर्च किया है, यही कारण है सुधीर चौधरी अपना नया venture शुरू नहीं कर रहे है। खासकर उन पर दबाब रहेगा DNA जैसे शो को लेकर। हालाँकि zee news से रोहित फिर अमन चोपडा और अब सुधीर चौधरी का जाना अच्छे संकेत नहीं।
सुधीर चौधरी के बेहतरीन स्क्रिप्ट राइटर जो जी न्यूज़ मे थे, हो सकता है वह आजतक को ज्वाइन करें, वैसे भीतर खाने बहुत बड़ी तोडफोड़ होने वाली है। सुधीर चौधरी विश्लेषण अच्छा करते हैं परंतु उनमे सीधे साक्षात्कार करने की कला अरनब गोस्वामी या श्वेता सिंह, रुबिका लियाकत जैसी नहीं है। हर पत्रकार का अपना एक कौशल होता है और सुधीर चौधरी सबसे बेहतरीन विश्लेषक हैं।
सुधीर चौधरी को न्यूज़ director सुप्रियो प्रसाद आजतक मे ले कर गए हैं जिनकी देख रेख मे वो स्वतन्त्र रूप मे कार्य करेंगे ऎसा दावा है।
कुल मिलकर बात ये है कि ख़बरों का राष्ट्रवाद पैसों के आगे दम तोड़ देता है। पैसों मे ताकत होती है कि नहीं, पता नहीं पर पैसा बहुत कुत्ती चीज है। आगे देखना है कि राष्ट्रवादी पत्रकारिता दौड़ती है या उसके पर कुतर दिये जाएँगे या घिसट-घिसट के दम तोड़ देगी। बड़े बुजुर्ग ठीक ही कहते हैं कि पहले खबरें छप के बिकती थी अब बिक के छपती है। क्या सुधीर चौधरी वहीं करिश्मा दोहरा पाएंगे या ये फैसला उनके खिलाफ जाएगा ये तो वक्त तय करेगा।