वन कर्मचारी संघ ने किया कार्य बहिष्कार एवं धरना प्रदर्शन
सरकार की सद्बुद्धि के लिए किया गया हवन
बांसवाड़ा/राजस्थान।। संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले अधीनस्थ वन कर्मचारी संघ जिला शाखा बांसवाड़ा में वन अधिनस्थ कर्मचारी संघ वन विभाग श्रमिक संघ वाहन चालक संघ द्वारा अपनी मांगो को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। धरने के दौरान सरकार पर दबाव बनाने के लिए कार्य बहिष्कार एवं धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। कर्मचारी संघ द्वारा तीसरे दिन सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन किया गया था। संघ का कहना है कि उन्होंने हवन कर राज्य सरकार, वन विभाग के आला अधिकारियों के लिए ईश्वर से सद्बुद्धि देने की कामना की है जो उनकी मांगों को जल्द से जल्द स्वीकार करें। ऐसी कामनाओं के साथ आज संघ द्वारा हवन करने की बात सामने आई है।
धरना प्रदर्शन ज्ञापन सत्बुद्धि यज्ञ से भी जब गेहलोत सरकार नहीं मानी तो वन कर्मियों ने आज अपना सामुहिक मुंडन करा कर सरकार का चौथा, यानी मौजूदा सरकार का राम नाम सत्य ही कर दिया है। राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में वन विभाग द्वारा आज चोथे दिन राजस्थान सरकार को अपनी वाजीब हक की मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन देते हुए सत्बुद्धि यज्ञ भी किया था लेकिन गहलोत सरकार पर इसका कोई खासा असर नहीं हुआ ओर सरकार ने लोक सेवको की बात नहीं मानी तो वन विभाग के कार्मिकों ने आज चोथे दिन सामुहिक मुंडन संस्कार कर सरकार का चौथा मनाया।
बताते चले कि कर्मचारियों ने अपनी 15 सूत्रीय मांगों के लिए हर प्रकार के कार्य का बहिष्कार कर रहे हैं। वही राजस्थान के विभिन्न जिला संगठनों द्वारा वन कर्मियों को पुलिस अथवा पटवारियों के समकक्ष वेतन दिलाने, कार्यभारित कर्मचारियों को वनरक्षक के पद पर समायोजित करने व वन कर्मियों को मेस भत्ता राशि 2200 रू. दिलाने, नकद वर्दी भत्ता 7000 रूपये वार्षिक दिलवाने, वाहन चालकों को पदोन्नति और वर्दी दिलवाने वन कर्मियों को साइकिल भत्ते के स्थान पर पेट्रोल भत्ता 2000 रूपये प्रतिमाह दिलवाए जाने, वन अपराधों की रोकथाम हेतु हथियार एवं अन्य सुरक्षा संसाधन उपलब्ध करवाने, वन कर्मियों को हार्ड ड्यूटी अलाउंस दिए जाने आदि से संबंधीत 15 सूत्रीय मांग पत्र को वन विभाग के अधीनस्थ एवं वर्क चार्ज कर्मचारियों पर लागू करने हेतु निवेदन किया जाता रहा है, लेकिन दुर्भाग्य से इनकी न्यायोचित मांगों पर वन प्रशासन और राजस्थान सरकार द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है, मजबूर होकर राज्य के वन अधीनस्थ कर्मचारी कार्यभारित कर्मचारी और वाहन चालक एवं तकनीकी कर्मचारियों की संयुक्त संघर्ष समिति ने दिनांक 6 फरवरी 2023 से कार्य का बहिष्कार कर उप वन संरक्षक कार्यालय बांसवाडा पर धरना प्रदर्शन दिया जाकर कार्य बहिष्कार का निर्णय किया गया है।
राजस्थान अधीनस्थ वन कर्मचारी संघ बासवाडा के जिलाध्यक्ष मणिलाल रावत ने बताया कि संघ के प्रदेश नेतृत्व के इस निर्णय और आदेश की पालना में बासवाडा जिले के समस्त वर्क चार्ज, अधिनस्थ वन कर्मी तथा वाहन चालक भी दिनांक 6 फरवरी 2023 से अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन कर राज कार्य का अनिश्चितकालीन बहिष्कार करेंगे।
इसमें किसी प्रकार की वन विकास कार्य अवैध कटान वन्य जीव रेस्क्यू इत्यादि कोई कार्यवाही पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, तो उसकी समस्त जिम्मेदारी वन प्रशासन और राज्य सरकार की होगी। जिला अध्यक्ष ने बताया की संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वाधान में आंदोलन के चौथे चरण में जिला स्तर पर कार्य का बहिष्कार करते हुए धरने प्रदर्शन किया जा रहा है।
धरना प्रदर्शन में क्षेत्रीय वन अधिकारी विश्वेंद्र सिंह चौहान, कुलदीप सिंह चौहान, घनश्याम सिंह सिसोदिया, गिरीश कुमार लबाना, सेक्टर संघर्ष समिति के जिला संयोजक खरीद उल्ला खान, जिलाध्यक्ष जयवर्धन सिंह राठौड़, सहसंयोजक सुरेश गरासिया, वन विभाग श्रमिक संघ के जिलाध्यक्ष गोकुल पाटीदार, वाहन चालक संघ जिलाध्यक्ष पवन सेवक, रामचंद्र सिंह राठौड़, मंजू गणावा, रामलाल डामोर, नरेश कुमार निनामा, लोकेश दावोड, बाबुलाल डामोर, लाल सिंह गरासिया, सुरेंद्र सिंह चौहान, गौतम लाल सरगरा, हीरा मीणा, अनीता डामोर, कृपा कुमारी, दीपा राठौड़, धनजी पाटीदार, दिनेश परमार, दिनेश पारगी, कल्पेश पाटीदार, गीता पाटीदार, रेशम रडखिया, कृपा डामोर, यशपाल आदि उपस्थित रहे।