प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कानपुर में परिवर्तन रैली में विरोधियों पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि पहले भी संसद में व्यवधान आता था क्योंकि घोटाले के खिलाफ आवाज उठती थी. लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि बेईमानों को बचाने के लिए संसद नहीं चलने दी.
मोदी ने कहा, संसद पहले भी रुकती थी. तब रुकावटें इसलिए आती थीं क्योंकि विरोधी दल घोटालेबाजों और बेईमानों को खिलाफ लड़ना चाहते थे. लेकिन पहली बार देश में ऐसा हुआ कि बेईमानों की मदद करने के लिए कुछ लोग नारे बोल रहे थे.
पीएम ने कहा, हमारा एजेंडा है भ्रष्टाचार बंद हो, ब्लैक मनी बंद हो और उनका एजेंडा है संसद बंद हो. पूरे महीने संसद नहीं चलने दी. राष्ट्रपति के कहने के बाद भी हो-हल्ला करते रहे. उन्होंने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि वह डर रहे थे.
उन्होंने कहा, एक तरफ वे लोग हैं जो भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगे हैं और दूसरी और पूरा हिंदुस्तान है. दिल्ली की सरकार गरीबों को उनका हक दिलाना चाहती है और ईमानदारी के रास्ते पर चलना चाहती है, लेकिन जिनको बेइमानी की आदत है, उनसे अब देश ज्यादा अपेक्षा नहीं कर सकता.
प्रधानमंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश में परिवर्तन की लहर नहीं, आंधी चल पड़ी है. ऐसा लग रहा है कि आने वाले चुनाव में उत्तर प्रदेश का हर नागरिक परिवर्तन का संकल्प पूरा करने के लिए जी जान से जुट गया है. उन्होंने कहा, यूपी के लोग गुंडागर्दी से तंग आ चुके हैं और सरकार में बैठे लोग ही गुंडागर्दी करने वालों को शह दे रहे हैं.
उन्होंने लोगों से कहा कि जब तक सरकार नहीं बदलोगे, तब तक इस पर लगाम नहीं लगने वाली.
पीएम ने मजबूत सरकार की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि 30 साल से देश में स्थिर सरकार नहीं थी. समझौते की गाड़ी चल रही थी और सरकार में पार्टियों को मनाने का ही दौर चलता रहती था पर अब काम हो रहा है.
प्रदेश में अखिलेश यादव के 24 घंटे बिजली के दावे पर उन्होंने कहा कि खोखले दावे नहीं करने चाहिए. हमने गांव-गांव बिजली पहुंचाने का वादा किया था. 1550 गावों में पहुंच चुकी है अभी 70 गांवों में बिजली नहीं पहुंच पाई है.
लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने पर भी उन्होंने कहा कि अगर पांच साल में एक साथ चुनाव हो तो खर्चा भी बचेगा और काम करना भी आसान रहेगा. प्रधानमंत्री ने कौशल विकास विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि ऊर्जावान युवाओं के हाथ में हुनर के लिए स्किल डेवलपमेंट योजनाओं की शुरुआत की गई है.
उन्होंने कहा कि पहले भी संसद में व्यवधान आता था क्योंकि घोटाले के खिलाफ आवाज उठती थी. लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि बेईमानों को बचाने के लिए संसद नहीं चलने दी.
मोदी ने कहा, संसद पहले भी रुकती थी. तब रुकावटें इसलिए आती थीं क्योंकि विरोधी दल घोटालेबाजों और बेईमानों को खिलाफ लड़ना चाहते थे. लेकिन पहली बार देश में ऐसा हुआ कि बेईमानों की मदद करने के लिए कुछ लोग नारे बोल रहे थे.
पीएम ने कहा, हमारा एजेंडा है भ्रष्टाचार बंद हो, ब्लैक मनी बंद हो और उनका एजेंडा है संसद बंद हो. पूरे महीने संसद नहीं चलने दी. राष्ट्रपति के कहने के बाद भी हो-हल्ला करते रहे. उन्होंने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि वह डर रहे थे.
उन्होंने कहा, एक तरफ वे लोग हैं जो भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगे हैं और दूसरी और पूरा हिंदुस्तान है. दिल्ली की सरकार गरीबों को उनका हक दिलाना चाहती है और ईमानदारी के रास्ते पर चलना चाहती है, लेकिन जिनको बेइमानी की आदत है, उनसे अब देश ज्यादा अपेक्षा नहीं कर सकता.
प्रधानमंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश में परिवर्तन की लहर नहीं, आंधी चल पड़ी है. ऐसा लग रहा है कि आने वाले चुनाव में उत्तर प्रदेश का हर नागरिक परिवर्तन का संकल्प पूरा करने के लिए जी जान से जुट गया है. उन्होंने कहा, यूपी के लोग गुंडागर्दी से तंग आ चुके हैं और सरकार में बैठे लोग ही गुंडागर्दी करने वालों को शह दे रहे हैं.
उन्होंने लोगों से कहा कि जब तक सरकार नहीं बदलोगे, तब तक इस पर लगाम नहीं लगने वाली.
पीएम ने मजबूत सरकार की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि 30 साल से देश में स्थिर सरकार नहीं थी. समझौते की गाड़ी चल रही थी और सरकार में पार्टियों को मनाने का ही दौर चलता रहती था पर अब काम हो रहा है.
प्रदेश में अखिलेश यादव के 24 घंटे बिजली के दावे पर उन्होंने कहा कि खोखले दावे नहीं करने चाहिए. हमने गांव-गांव बिजली पहुंचाने का वादा किया था. 1550 गावों में पहुंच चुकी है अभी 70 गांवों में बिजली नहीं पहुंच पाई है.
लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराने पर भी उन्होंने कहा कि अगर पांच साल में एक साथ चुनाव हो तो खर्चा भी बचेगा और काम करना भी आसान रहेगा. प्रधानमंत्री ने कौशल विकास विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि ऊर्जावान युवाओं के हाथ में हुनर के लिए स्किल डेवलपमेंट योजनाओं की शुरुआत की गई है.