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फोटो वायरल होने के बाद राज्य बीज निगम के अध्यक्ष खातेसर ने इसे एक पुरानी परंपरा कहा है। उन्होंने इस बात से इंकार किया है कि उन्होंने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पोस्टर के सामने पेशाब की है। उन्होंने कहा, 'पेशाब करने की उनकी यह तस्वीर कैंपेन पोस्टर के पास की नहीं है।' मंत्री की तस्वीर वायरल होने के बाद लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी परियोजना स्वच्छ भारत अभियान पर सवाल उठाने लगे हैं। जिसका उद्देश्य देश को खुले में शौच से मुक्त करना है।
खातेसर ने स्वच्छ भारत अभियान के बचाव में कहा है कि खुले में शौच और पेशाब करना दोनों अलग-अलग चीजे हैं। उन्होंने कहा कि जहां खुले में शौच करने से बीमारियां पैदा होती हैं। वहीं खुले में पेशाब करना तब तक बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है, जब तक वह एकांत जगह ना हो। उन्होंने कहा, 'जिस इलाके में मैंने पेशाब की वह पूरी तरह से एक एकांत जगह थी। यदि कोई व्यक्ति ऐसी जगह पर पेशाब करता है, तो किसी भी तरह की गंदगी या बीमारी नहीं फैल सकती है।'
खातेसर ने जिस स्थान पर पेशाब की उसके बदल में ही भाजपा चुनावी रैली कर रही थी। जहां उनके अनुसार 2.5 लाख लोग मौजूद थे, इसके बावजूद उन्हें ऐसा करना गलत नहीं लगा। खातेसर ने कहा, 'वहां कई काफी दूर तक कोई बाथरुम नहीं था और वह सुबह से ही काम से व्यस्त थे। इसी वजह से उन्हें उस स्थान पर पेशाब करनी पड़ी।'