गर्मी का मौसम आते ही हर किसी को अक्सर इस चिलचिलाती धुप में अपनी प्यास बुझाने के लिए मटके के ठंडे-ठंडे पानी की याद आ ही जाती है। हमारे देश में बनने वाले देसी मटकों में भरे पानी को पीने से ने केवल शारीरिक फ़ायदे है अपितु यह कई गरीब ग्रामीण परिवारों की आय का मुख्य साधन भी है। आइए आपको मिट्टी के घड़ों के कुछ लाभ बताते हैं : -

२-मटके का पानी ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखने में आपकी मदद करता है. यह बैड कॉलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करता है और हार्ट अटैक की संभावनाओं को भी कम कर देता है ! यह जटिल रोग वात रोगों की श्रेणी में आते हैं और इनका सबसे बेहतर उपचार है माटी का प्रयोग !

४-मिट्टी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण यह शरीर में दर्द, ऐंठन या सूजन जैसी समस्या को नहीं होने देता. इतना ही नहीं, यह आर्थराइटिस बीमारी में भी बेहद लाभकारी माना जाता है!
५-एनीमिया की बीमारी से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए मिट्टी के बर्तन में रखा पानी पीना वरदान साबित हो सकता है! मिट्टी में आयरन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है! हम आपको बता दें कि एनीमिया आयरन की कमी से होने वाली एक बीमारी है!
६-सनस्ट्रोक या लू एक बहुत ही आम समस्या है जो गर्मियों में बहुत से लोगों को लगती है ! मिट्टी के बर्तनों में रखे पानी में विटामिन और खनिज शरीर के ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है ! यह आपके शरीर को ठंडक प्रदान करता है !
७ - मटके का पानी पीना से कैंसर की बीमारी का खतरा बहुत कम हो जाता है ! घड़े का पानी गले से संबंधी बीमारियों से बचा कर रखता है और यह हमको जुकाम खांसी की परेशानी से भी बचाता है !

९- अगर आप दमा के रोगी हैं, तो भी मटके का पानी पिएं ! लकवा पेशेंट्स को भी मटके का पानी नियमित तरीके से गर्मी में पीना चाहिए ! इससे उनको फायदा मिलेगा !
१०- मटके का पानी प्राकृतिक तौर पर ठंडा होता है, जबकि फ्रिज का पानी बिजली के उपभोग से इसलिए यह आपके खर्चे को कम करेगा, जिससे आप भ्रष्टाचार के वाहक भी नही होंगे और मटके बनाने वालों को भी लाभ होगा सो अलग, अर्थात स्वदेशी का देशी शब्द सार्थक होगा !