हमारे शास्त्रों में कई बातों का उल्लेख किया गया है और ठीक उसी तरह चारों युगों जैसे कलियुग, सतयुग, त्रेतायुग और द्वापर युग के बारे में भी खुलासा किया गया है। अभी कलयुग चल रहा है जब कलयुग का अंत हो जाएगा तो फिर से सतयुग की शुरुआत होगी। इसलिए आज हम आपको कलयुग के अंत की निशानियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
इस युग की पूर्ण आयु अर्थात् कालावधि - 4,32,000 वर्ष होती है ।
मनुष्य की आयु - 100 वर्ष होती है ।
मनुष्य की लम्बाई - 5.5 फिट (लगभग) [3.5 हाथ]
कलियुग का तीर्थ - गंगा है ।
इस युग में पुण्य की मात्रा - 5 विश्वा अर्थात् (25%) होती है ।
इस युग में पाप की मात्रा - 15 विश्वा अर्थात् (75%) होती है ।
इस युग के अवतार - कल्कि (ब्राह्मण विष्णु यश के घर) ।
इस युग की मुद्रा - लोहा है।
इस युग के पात्र - मिट्टी के है।
अवतार होने के कारण - मनुष्य जाति के उद्धार अधर्मियों का विनाश एंव धर्म कि रक्षा के लिए।
सतयुग में मनुष्य की लंबाई 32 फिट (लगभग) थी, त्रेतायुग में ये घटकर 21 फिट (लगभग) रह गई, द्वापरयुग में मनुष्य की लंबाई 11 फिट (लगभग) थी, वहीं कलियुग में मनुष्य में लंबाई घटकर 5.5 फिट रह गई।
ये भी कहा गया कि कलियुग के आखिर तक मनुष्य की लंबाई 4 इंच रह जाएगी और उम्र 12 साल की हो जाएगी।