चाय बनाने के बाद बची हुई चाय पत्ती के क्या हैं फायदे ?
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चाय बनाने के बाद बची हुई चाय पत्ती के क्या हैं फायदे ?

   लोग चाय बनाने के बाद बची हुई चाय पत्ती को बेकार समझकर अक्सर कूड़ेदान में फेंक देते हैं। वह इसके फायदों के बारे नहीं जानते। आप इसे सुखाकर दोबारा इस्तेमाल में ला सकते हैं। आओ जानते हैं इसके फायदों के बारे में:-
   यह चायपत्ती का पानी एक तरह से प्राकृतिक कंडिशनर का काम करता है। इस चाय पत्ती को दुबारा से गर्म पानी में उबाल लें और इसे छान लें। पानी को ठंडा करने के बाद बालों को धोएं। इससे बाल बहुत सुंदर और चमकदार बन जाते हैं। इसका नियमित प्रयोग करने से बालों में प्राकृतिक चमक आती है।
    इस चाय पत्ती का इस्तेमाल छोले को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जा सकता है। इसके लिए चाय पत्ती को पानी में उबाल कर उसकी थोड़ी-सी मात्रा काबुली चने में डाल दें। इससे छोले का रंग आकर्षित दिखेगा और खुशबू और स्वाद भी अच्छा हो आएगा।
    इस चाय पत्ती को पानी में उबालकर इस पानी का कुल्ला करने से दांत दर्द में राहत मिलती है और दांत भी चमकदार बनते हैं। गर्मियों के दिनों में जूते पहनने के बाद पैरों में बदबू आने लगती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए इस चाय पत्ती के पानी में अपनें पैरों को कुछ देर तक डुबोकर रखें, ऐसा करने से पैरों की बदबू दूर हो जाएगी।
    इस चाय पत्ती के उबले हुए पानी से घी या तेल के डिब्बे साफ करने से उन डिब्बों की दुर्गंध दूर हो जाती है और डिब्बे अच्छी तरह से साफ भी हो जाते हैं। किचन में मक्खियां को भगाने के लिए उस जगह को इस पानी से साफ करें और अच्छी तरह से रगड़े।
   इस बची हुई चाय पत्ती में पानी डालकर दोबारा गर्म करें। इस पानी से लकड़ी के फर्नीचर को चमकदार बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। चायपत्ती का इस्तेमाल खाद के रूप में किया जाता है। गमले में पौधों को समय-समय पर खाद की जरूरत होती है। ऐसे में आप बची हुई चाय पत्ती को साफ कर लें और गमले में डाल दें। इससे पौधे स्वस्थ रहेंगे।
   चाय पत्ती में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। उबली हुई चाय पत्ती को अच्छी तरह धो लें और इसे पीसकर चोट पर लगाने से घाव जल्दी भर जाते है। बची चाय पत्ती में थोड़ा-सा विम पाउडर मिलाकर क्राकरी को साफ करने से उसमें चमक आ जाती है।

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